नई दिल्ली। असम के नामरूप शहर में ब्रह्मपुत्र वैली फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीवीएफसीएल) का प्लांट बंद होने की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि यह खबर सच नहीं है। उन्होंने कहा कि संयंत्र को संशोधित करने की योजना है और वहां एक नैनो यूरिया सुविधा भी स्थापित की जाएगी।
मंडाविया ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के साथ बैठक की। उन्होंने कहा, “हमने एक विस्तृत बैठक की। संयंत्र बंद नहीं हो रहा है।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “इस क्षेत्र के निवासियों को काम के अवसर प्रदान करने के लिए इसका आधुनिकीकरण किया जाएगा और वहां एक नैनो यूरिया संयंत्र बनाया जाएगा। उत्पादित यूरिया और नैनो यूरिया से असम, शेष पूर्वोत्तर और पश्चिम बंगाल के किसानों को लाभ होगा, जिससे उनकी फसलों की पैदावार बढ़ेगी।”
मंडाविया की घोषणा उन हालिया रिपोर्टों के बाद आई है जिनमें दावा किया गया है कि निकट भविष्य में उर्वरक संयंत्र बंद हो जाएगा।
इससे पहले, असम के कलियाबोर से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने नामरूप उर्वरक संयंत्र की वर्तमान स्थिति के बारे में केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री भगवंत खुबा से बात की। खुबा ने जवाब दिया कि नीति आयोग की अध्यक्षता में अधिकारियों के समूह की बैठक में उर्वरक कारखाने को बंद करने की सिफारिश की गई थी।
वहीं, फैक्ट्री के कर्मचारियों और श्रमिकों ने केंद्र और राज्य प्रशासन की आलोचना की है और विरोध दर्ज कराने की धमकी दी है।