जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जयपुर हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर के घर पर छापेमारी की, जिसके बाद उनके पति सुशील गुर्जर और दो दलालों को गिरफ्तार किया गया। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
सुशील गुर्जर पर जमीन के पट्टे का एग्रीमेंट जारी करने की एवज में 2 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है।
मेयर के घर पर तलाशी के दौरान करीब 40 लाख रुपये कैश मिले।
इसके अलावा एक दलाल के घर से 8 लाख रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं। एसीबी इस मामले में मेयर की भूमिका की भी जांच कर रही है।
एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी (अतिरिक्त प्रभार महानिदेशक) ने बताया कि एसीबी की विशेष जांच इकाई (एसआईयू) जयपुर शाखा को शिकायत दी गई थी कि पट्टा जारी करने के एवज में सुशील गुर्जर की ओर से दलाल अनिल दुबे और नारायण सिंह के जरिए से 2 लाख रुपये लिए गए थे।
एसीबी मामलों की विशेष अदालत ने मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर और दलाल नारायण सिंह व अनिल को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। एसीबी ने शाम 4.30 बजे सुशील सहित तीनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया।
एसीबी ने तीनों आरोपितों की लिए तीन दिन का पुलिस रिमांड मांगते हुए कहा कि मामले में इस तथ्यों की जांच करनी है। इसके अलावा आरोपित गुर्जर के घर से बरामद 41 लाख रुपए के स्त्रोत की भी जानकारी करनी है। वहीं निगम की ओर से जारी होने वाले पट्टों को लेकर आरोपित सुशील गुर्जर की भूमिका को लेकर भी आरोपितों से पूछताछ करनी है।
इसलिए आरोपितों को तीन दिन की पुलिस अभिरक्षा में भेजा जाए। इसका विरोध करते हुए आरोपितों की ओर से कहा गया कि उनसे से कोई अनुसंधान बाकी नहीं है और एसीबी ने जिन पत्रावलियों को लेकर आरोपितों की गिरफ्तारी की है, वे परिवादी की नहीं हैं। आरोपितों ने परिवादी से ना तो कोई रुपए मांगे हैं और ना ही उसने दिए हैं।
उन्हें एक षडयंत्र के तहत ही फंसाया गया है। इसलिए एसीबी को रिमांड नहीं दिया जाए। जिस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने तीनों आरोपियों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।