ग्रेटर नोएडा। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नन्दी ने नॉएडा अथॉरिटी के ओएसडी को निलंबित कर दिया है। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने तत्कालीन विशेष कार्याधिकारी नोएडा विकास प्राधिकरण एवं वर्तमान में विशेष कार्याधिकारी नोएडा विकास प्राधिकरण रविंद्र सिंह यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच कर कार्रवाई के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए हैं। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप विजिलेंस जांच में सिद्ध होने और निर्धारित आय से 158.61 प्रतिशत अधिक व्यय करने पर औद्योगिक विकास मंत्री नन्दी द्वारा यह कार्रवाई की गई। मंत्री नन्दी ने बताया कि नोएडा विकास प्राधिकरण में विशेष कार्याधिकारी के पद पर तैनात रहे रविंद्र सिंह यादव पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया गया था।
जांच में विशेष कार्याधिकारी रविंद्र सिंह यादव के राजकीय सेवा में आने की तिथि 1 जनवरी 2005 से 31 दिसंबर 2018 तक आय-व्यय का आकलन किया गया। जिसमें पाया गया कि रविंद्र सिंह यादव को उक्त समय में 94 लाख 49 हजार 888.34 रुपए की वैध आई हुई। जिसके सापेक्ष ओएसडी रविंद्र सिंह यादव ने 2 करोड़ 44 लाख 38 हजार 547.34 रुपया व्यय किया। जो उनकी आय के सापेक्ष 1 करोड़ 49 लाख 88 हजार 959.20 यानी 158.61 प्रतिशत अधिक व्यय किया जाना पाया गया। जिसके सम्बन्ध में पूछे जाने पर रविंद्र सिंह यादव द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा सका।
मंत्री नन्दी ने कहा कि खुली जांच में प्राप्त किए गए अभिलेखीय एवं मौखिक साक्ष्य के आधार पर रविंद्र सिंह यादव द्वारा अपने सेवा काल में अचल संपत्ति एवं रायफल के क्रय विक्रय के सम्बन्ध में सूचना दिया जाना उनकी व्यक्तिगत पत्रावली में अंकित हैं, लेकिन उन्होंने पैतृक विभाग को इस सम्बन्ध में कोई सूचना नहीं दी। जबकि जांच में रविंद्र सिंह यादव की पत्नी सुमन यादव और पुत्र निखिल यादव के नाम पर जसवंत नगर इटावा में 16 अचल संपत्तियां खरीदे जाने की पुष्टि हुई। जिसकी जानकारी नोएडा विकास प्राधिकरण को संपत्ति खरीदे जाने के पूर्व या बाद में नहीं दी गई।