शामली। गन्ना समिति कार्यालय में चल रहे धरने के 32वें दिन धरने पर पहुंचे राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने कहा कि देश में सरकारी में बैठी सरकारे किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर ही सत्ता तक पहुंची है। किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर ही आगे बढ़ता है और जब सत्ता हासिल कर लेता है तो वह किसानों के दुख दर्द को भूल जाता है। ऐसा भाजपा ने भी किसानों के साथ किया। देश की सत्ता हासिल होने के साथ किसानों को धोखा देने का काम किया गया। उन्होने सडक से लेकर कोर्ट तक किसानों की लडाई लडने का आश्वासन दिया।
शहर के गन्ना समिति कार्यालय में पिछले करीब एक महीन से चल रहे किसानों के धरना प्रदर्शन में गुरूवार को राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष वीएम सिंह ने पहुंचकर किसानों से वार्ता की। किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वह यहां किसी भी किसान संगठनों की बुराई करने नहीं आए है। वह सिर्फ किसानों के हक की बात करने आए है। किसान जब तक नेताओं का सहारा लेना व धरने प्रदर्शन में चंदा देना नहीं छोड़ेंगे तब तक उनका भुगतान नहीं हो सकता। यदि उनको अपना बकाया गन्ना भुगतान करना है तो विधायक, एमएलसी, सांसद, राज्यसभा सांसद, मंत्रियों व मुख्यमंत्री को अपनी ताकत का अहसास कराना होगा। यह तभी होगा तब उनमें एकता होगी और उनके साथ कोई नेता नहीं होगा।
भाजपा ने दूसरी बार भी सत्ता में आ गई, लेकिन गन्ना भुगतान की समस्या का समाधान नहीं हुआ। यह सभी दल एक जैसे होते है और किसानों को वोट बैंक समझकर सत्ता हासिल करना चाहते है। किसानों को अब खुद भुगतान लेने के लिए अपना दम दिखाना होगा, ताकि उनका कोई भी नेता सहारा न ले सकें। उन्होने कहा के वह सडक से लेकर न्यायालय तक किसानों की लडाई लडने के लिए तैयार है।
इस अवसर पर बाबा संजय कालखंडे, संयोजक संजीव शास्त्री, बहादुर कालखंडे, अर्जुन सिंह, विरेंद्र सिंह, संजीव बाबा, आत्मराम, तेग सिंह चैहान, धर्मेंद्र कालखंडे, सौरान पंवार, जयवीर सिंह, सतवीर सिंह, शमशाद, देशवाल, अनिल शर्मा, करमवीर सिंह, यशपाल सिंह, संजीव, मनजीत, जितेंद्र, सतवीर, सतनाम सिंह, राजेंद्र सिंह, लखवेंद्र सिंह, अशवीर आदि मौजूद रहे।