नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के भारती कॉलेज की छात्राओं ने शुक्रवार को आईआईटी दिल्ली के रेंडेज़वस फेस्ट के दौरान कपड़े बदलते समय कथित तौर उनका वीडियो बनाये जाने के बाद विरोध दर्ज कराया है। दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में शनिवार को मामला दर्ज कर लिया।
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दिल्ली पुलिस ने बताया कि एक एक्स पोस्ट के जरिए किशनगढ़ थाने में एक शिकायत मिली थी जो एक लड़के द्वारा आईआईटी दिल्ली के महिला वॉशरूम में वीडियो बनाने के बारे में थी।
पुलिस ने कहा, “इस संबंध में 7 अक्टूबर को आईपीसी की धारा 354 सी के तहत किशनगढ़ थाने में मामला दर्ज किया गया है और 20 साल के आरोपी संविदा सफाई कर्मचारी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आगे की जांच जारी है।”
रेंडेज़वस फेस्ट के एक फैशन शो में भाग लेने वाली छात्राओं ने कहा कि एक संविदा सफाई कर्मचारी ने खिड़की के शाफ्ट से उनका वीडियो बनाया।
छात्राओं ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट पर आपबीती साझा की और कहा कि घटना के तीन घंटे बाद अपराधी को पकड़ लिया गया। उसने रिकॉर्ड किये गये कंटेंट को हटाने का दावा किया है।
भयावह अनुभव को याद करते हुए भारती कॉलेज की फैशन सोसायटी, एलांट्रे ने एक बयान जारी कर इस तथ्य पर गहरी निराशा व्यक्त की कि घटना के बावजूद, आईआईटी दिल्ली के अधिकारियों ने उन्हें “शांत रहने” और खुद का “ध्यान भटकाने” की बजाय अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा।
पीड़ित छात्राओं ने शौचालय के बाहर महिला सुरक्षा गार्डों की अनुपस्थिति पर भी प्रकाश डाला। पोस्ट में कहा गया है, “हमें यह भी संदेह है कि वीडियो अभी भी मौजूद हो सकता है क्योंकि घटना के समय हमने जो फोन कवर और डिवाइस देखा था वह अधिकारियों द्वारा जब्त किए गए कवर से भिन्न था। हमने, अपने परिवार के सदस्यों के साथ, एक प्राथमिकी दर्ज की है, और जांच अभी भी चल रही है।”
इस बीच, आईआईटी दिल्ली ने एक बयान में कहा कि “6 अक्टूबर 2023 की एक दुर्भाग्यपूर्ण और अफसोसजनक घटना के आरोपी को तुरंत दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया जो मामले की जांच कर रही है।”
आईआईटी दिल्ली ने कहा, “उसकी पहचान एक एजेंसी के कर्मचारी के रूप में हुई है, जिससे हाउसकीपिंग सेवाएं आउटसोर्स की गई हैं। संस्थान ने इस मामले को अत्यंत गंभीरता और तत्परता से लिया। संस्थान पुलिस के साथ पूरा सहयोग कर रहा है और ऐसी किसी भी घटना के लिए उसकी जीरो-टॉलरेंस की नीति है।”
आईआईटी दिल्ली ने कहा, “संस्थान ने फेस्ट में सभी छात्रों और आगंतुकों के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा उपायों को भी मजबूत किया है।”