मुज़फ्फरनगर। किसान नेता चौधरी नरेश टिकैत के पाकिस्तान का पानी बंद करने के विरोध वाले बयान पर बवाल मच गया। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने भारत सरकार के समर्थन में आकर किसान नेता पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आज की सरकार का जो फैसला है, वह राष्ट्र का फैसला है। जो इस फैसले के साथ नहीं है, वह राष्ट्र के साथ नहीं है।
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धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि “यह अब सिद्ध हो चुका है कि हमारे देश में जो आतंकवाद है, वह पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद है। उरी की घटना, मुंबई की घटना, और इससे पहले हमारे आर्मी पर जो हमला हुआ था, वह घटनाएं दुखदाई थीं। लेकिन इस बार यह घटना और भी दुखदाई है, क्योंकि इसमें पहली बार पर्यटकों पर हमला हुआ है। आतंकवादी या नक्सलवादी हमले में आमतौर पर पर्यटकों को निशाना नहीं बनाया जाता है।”
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उन्होंने कहा कि “आज हिंदुस्तान का हर नागरिक दुखी है और बदले की भावना से ओत-प्रोत है। वह चाहता है कि जो घटना हुई है, उसका बदला लिया जाए। लेकिन आवेश में कोई भी निर्णय नहीं लिया जाता। भारत सरकार ने जो फैसला लिया है, वह सिंधु जल संधि को निलंबित करने का है, न कि उसे तोड़ने का। अगर सरकार इस फैसले के साथ आगे बढ़ना चाहती है तो यह राष्ट्र का फैसला है। जो इस फैसले के साथ नहीं है, वह राष्ट्र के साथ नहीं है।”
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धर्मेंद्र मलिक ने यह भी कहा कि “पूर्ववर्ती सरकारों ने जलसंधि की जो शर्तें तय की थीं, वह गलत थीं। हमारे देश के राज्यों जैसे राजस्थान, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश को पानी की भारी कमी है, यहां तक कि जम्मू कश्मीर में भी पानी की कमी है। जब यह जलसंधि हो रही थी, तो हमारे हिस्से का 80 प्रतिशत पानी पाकिस्तान को कैसे दिया जा सकता है? अगर आज की सरकार इस फैसले को लेकर आगे बढ़ रही है, तो हम इस फैसले के साथ खड़े हैं।”
उन्होंने कहा कि “मैंने एक किसान नेता का बयान पढ़ा और मुझे बहुत दुख हुआ। सबसे पहले हमें अपने शत्रु को पहचानना होगा। अब हम अपने शत्रु को पहचान चुके हैं और वह है पाकिस्तान। हमारे देश में जो आतंकवाद है, वह पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद है। जो इस सही फैसले के साथ भी खड़ा नहीं होता, वह इस देश के साथ भी नहीं है।”
धर्मेंद्र मलिक ने आतंकवाद के खिलाफ भारत सरकार द्वारा किए गए फैसले और कार्यवाही को सही ठहराया और कहा, “यह सरकार का काम है कि वह आतंकवाद के खिलाफ किस तरीके से कार्रवाई करती है। लेकिन हमें यह मानना चाहिए कि आज इस देश के हर नागरिक के दिल में एक आग धड़क रही है। और हर आदमी यह चाहता है कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। कुछ लोग इस हमले को हिंदू-मुस्लिम के मुद्दे में मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की बात है। यह हिंदुस्तान वर्सेस आतंकवाद है, हमारी लड़ाई पाकिस्तान के खिलाफ नहीं है, लेकिन अगर पाकिस्तान आतंकवाद में शामिल है, तो जवाबी कार्रवाई होनी चाहिए।”