Friday, April 18, 2025

मेरठ के औघडनाथ मंदिर में आज शिवरात्रि पर शिवभक्तों की भारी भीड़, कांवड़ियों ने चढ़ाया हाजिरी जल

मेरठ। आज सावन की शिवरात्रि का पर्व मेरठ सहित पूरे देश में मनाया जा रहा है। मेरठ के औघडनाथ मंदिर में आज शिवरात्रि के मौके पर शिवभक्तों की भारी भीड़ लगी है। कांवड़ियों ने पहला हाजिरी जल चढ़ाया है।

मेरठ में आज शिवरात्रि के मौके पर शिव मंदिरों में शिव भक्तों और कांवड़ियों की भीड़ है। औघडनाथ मंदिर में सुबह 4 बजे से शिवभक्त पूजा अर्चना के लिए लाइनों में लगे हुए हैं। औघडनाथ मंदिर के बाहर करीब एक किमी लंबी लाइने शिवभक्तों की लगी हुई है। सुबह औघडनाथ मंदिर में औघडदानी बाबा का श्रृंगार और आरती हुई। उसके बाद मंदिर के कपाट शिव भक्तों के दर्शन पूजन के लिए खोल दिए गए। इस बार मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था काफी पुख्ता है। वहीं शिव भक्तों की सुविधा के लिए जगह—जगह मंदिर समिति के कार्यकर्ता और वालिंटियर्स तैनात किए गए हैं।

भोलेनाथ को समर्पित सावन का महीना बेहद पवित्र माना जाता है। सावन माह में पड़ने वाली शिवरात्रि का विशेष महत्व है। सावन शिवरात्रि तिथि पर विधि अनुसार भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। आज शनिवार को सावन की शिवरात्रि मनाई जा रही है।

मान्यताओं के अनुसार, सावन शिवरात्रि पर जो शिव भक्त सच्चे मन से भगवान शिव एवं शिव परिवार की पूजा करता है उसके कष्ट दूर होते हैं। इसके साथ कहा जाता है कि सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की इच्छाएं पूरी हो जाती हैं।

शनिवार को सावन मास की शिवरात्रि पर मेरठ के लगभग हर शिव मंदिर में सुबह से शिव भक्तों का तांता लगा है। शिव भक्तों ने भगवान भोलेनाथ की विधि विधान से पूजा की। शिव भक्तों ने शिवलिंग पर जल, दूध, भांग, धतूरे, फूल-फल इत्यादि चढ़ाकर भक्त भगवान शिव की आराधना की। पंडित मूलचंद्र ने बताया कि हिंदू पंचांग में साल में 12 शिवरात्रि होती हैं, लेकिन इनमें से दो शिवरात्रि को खास महत्व दिया जाता है। जिनमें एक सावन की शिवरात्रि और दूसरी फाल्गुन की शिवरात्रि होती है। सावन शिवरात्रि के दिन विधि-विधान से शिव की पूजा की जाती है। मेरठ में सदर स्थित विल्वेश्वर महादेव मंदिर, स्वयं भू मंदिर के अलावा अन्य मंदिरों में शिव भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है।

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