जलालाबाद(शामली)। 10 जुलाई मूसलाधार बारिश के चलते भरभरा कर गिरे कच्चे मकान परिवार बाल-बाल बचा, मकान के बाहर खडी कार को भारी नुकसान हुआ है । पीडित ने जिलाधिकारी को पत्र सौंपकर मुआवजे की मांग की है।
पिछले कई दिनों से हो रही तेज बारिश के चलते मोहल्ला गंगा आर्यनगर निवासी प्रीतम सिंह कोरी का कच्चा मकान रविवार की रात्रि में भरभरा कर गिर गया। परिवार कच्चे मकान की छत के नीचे सो रहा था। जब मकान गिरा मोहल्ले वाले मौके पर इकट्ठा हुए और उन्होंने परिवार जनों को मकान की छत के नीचे से निकाला तथा परिवार का सारा समान भी नष्ट हो गया।वही प्रीतम सिंह का कहना हैं कि मेने कई बार प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन किया है, परंतु अधिकारियों की लापरवाही के चलते मकान नहीं बन सका। जिस कारण आज मेरे मकान की छत गिर गई।
जिससे आज मेरा परिवार खुले आसमान के नीचे बैठा है। प्रीतम कोरी की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। प्रीतम कोरी रेडा चलाकर, मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता है। प्रीतम सिंह कोरी ने जिला अधिकारी शामली को प्रार्थना पत्र देकर परिवार की आर्थिक सहायता के लिए मांग की है।वही दूसरी घटना मे सोमवार को हुई मूसलाधार बारिश से मोहल्ला सुजान निवासी सुरेंद्र जांगिड़ पुत्र जगदिश व अनिल पुत्र महावीर का छोटी ईंटो का कच्चा मकान मूसलाधार बारिश के चलते भरभरा कर गिर गया। जिसमे पास से गुजर रही एक महिला बाल बाल बच गई परन्तु मकान के पास खड़ी सक्षम पुत्र मनोज की कार के ऊपर मकान का मलबा गीरने से कार बरी तरह सेक क्षतिग्रस्त हो गई।
प्रत्यक्ष दर्शियो का कहना है पास मे ही कुछ बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे गनीमत रही कि जिस वक्त मकान भरभ्रा कर गिरा उस वक्त उसके पास बच्चे नही थे अन्यथा बडा हादसा हो सकता था उक्त मकान काफी जर जर अवस्था मे था जिसके गिरने की आशंका पहले से थी परन्तु मकान स्वामियो द्वारा इसे अनदेखा किया जा रहा था।
मकान गिरने से पूरी गली का रास्ता अवरूद्व हो गया जिसे मजदूरो की मदद से खुलवाया जा रहा है परन्तु भारी बारिश कार्य मे बाधा बनी हुई है। भारी बारिश के चलते नगर मे जगह जगह जलभराव की स्थिति बनी हुई सडके तालाब मे तब्दील हो चुकी है। जिससे जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है।