गाजियाबाद। गाजियाबाद के सदर तहसील परिसर के अंदर चैंबर में घुसकर बदमाशों ने बैनामा लेखक (वकील) मोनू चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना बुधवार की दोपहर को हुई। जब वो चैंबर नंबर-95 के अंदर खाना खा रहे थे।
मोनू चौधरी का शव उन्हीं की कुर्सी पर लहूलुहान हालत में मिला है। वे तहसील बार एसोसिएशन का चुनाव भी लड़ चुके थे। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, सिहानी गेट थाना क्षेत्र की सदर तहसील के चैंबर नंबर-95 में ये वारदात बुधवार दोपहर करीब 2 बजे के आसपास हुई है।
आज पूरे प्रदेश में वकीलों के आंदोलन को देखते हुए सभी कचहरी और तहसील पर पुलिस फोर्स तैनात थी। इसके बावजूद हमलावर हत्या करके फरार हो गए। इससे पुलिस सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
इसी बीच गाजियाबाद में दिनदहाड़े हुई वकील की हत्या मामले में मृतक की पत्नी ने पुलिस में शिकायत दी है। उन्होंने पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। जिसमें मृतक के जीजा, उसके भाई समेत पांच लोगों के नाम शामिल हैं।
परिजनों ने बताया कि मामला पारिवारिक विवाद का है। मृतक के जीजा ने कुछ दिन पहले ही अपनी मां और बच्चों पर भी गोली चलाई थी। जिसके लिए वह जेल भी जा चुका है। जेल से बाहर आते ही उसने अपने भाई के साथ इस घटना को अंजाम दिया।
पुलिस ने मामले में कई टीम का गठन कर आरोपियों को पकड़ने की कवायद तेज कर दी है। इस घटना से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। जिसमें दो आरोपी बाइक पर मुंह पर रुमाल बांधे तहसील के अंदर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक बुधवार को सिहानीगेट थाना क्षेत्र में मनोज चौधरी की दो अज्ञात व्यक्तियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
मामले में मृतक मनोज चौधरी की पत्नी ने मृतक के जीजा अमित डागर, जीजा के भाई नितिन डागर, जीजा के पिता मदन के अलावा अनुज और बालू नाम के पांच नामजद आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत में हत्या का मुख्य कारण पारिवारिक विवाद बताया गया है। मृतक और आरोपी नितिन डागर तहसील सदर में प्रैक्टिस करते थे। एक आरोपी अमित डागर नोएडा में प्रैक्टिस करता है। इन्होंने ही हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।