नई दिल्ली। कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग पर बातचीत आगे नहीं बढ़ने से नाराज आम आदमी पार्टी (आप) ने जो रुख जाहिर किया है उससे विपक्षी इंडिया गठबंधन में एक और टूट का खतरा बढ़ गया है।
आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के सामने अपनी शर्तें रखते हुए साफ कर दिया है कि मंजूर नहीं किए जाने पर पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (पीएसी) की बैठक के बाद आप ने जहां दिल्ली में कांग्रेस को महज एक सीट देने की पेशकश की है तो गुजरात में 8 सीटों पर दावा ठोक दिया है।
आम आदमी पार्टी ने गोवा और गुजरात की तीन सीटों पर उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी और कहा कि दिल्ली में कांग्रेस ने प्रस्ताव मंजूर नहीं किया तो प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने कहा कि इंडिया अलायंस के विचार से पूरा देश उत्साहित हुआ था। बहुत बड़े वर्ग में उम्मीद जागी थी। इंडिया अलायंस का उद्देश्य था कि सभी विपक्षी दल अपने राजनीतिक हितों की चिंता छोड़कर देशहित में साथ लड़ें और देश को अच्छी सरकार दें। आम आदमी पार्टी की भी यही मंशा थी। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए संदीप पाठक ने कहा, ‘सीट शेयरिंग पर कांग्रेस के साथ दो आधिकारिक बैठक हुई और बातचीत हुई।
लेकिन नतीजा नहीं निकला। इन दो बैठकों के अलावा पिछले एक महीने में कोई बैठक नहीं हुई। एक महीना हो गया इंतजार करते हुए। हमें बताया गया कि यात्रा चल रही है, हम इंतजार करते रहे। कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को भी नहीं पता कि कब बैठक होगी। ऐसे में मन में चिंता होती है कि इस तरह चुनाव जीतना तो मुश्किल हो जाएगा। इसी वजह से आज भारी मन से बैठा हूं।’