मुजफ्फरनगर। सपा कार्यकर्ताओं का समाजवादी पार्टी छोडऩे का सिलसिला जारी है। 128 कार्यकर्ताओं के पार्टी छोडऩे की घोषणा के बाद अब सपा चिकित्सा सभा के 2 दर्जन से अधिक सदस्यों ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया। सपा छोडऩे का कारण चिकित्सा सभा कार्यकर्ताओं ने मुस्लिमों को लेकर पार्टी की स्पष्ट नीति का न होना बताया है।
सपा चिकित्सा सभा के पूर्व महानगर अध्यक्ष डॉ. काजी खुर्रम ने कहा कि सपा ने मुसलमानों के मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। लगातार हो रहे मुस्लिम उत्पीडऩ के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाई जा रही है। पार्टी में मुस्लिम लीडरशिप खत्म करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में उनके और उनके समर्थकों का सपा में बने रहना मुनासिब नहीं है। इसलिए वह अन्य दर्जनों लोगों के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।
समाजवादी पार्टी छोडऩे की घोषणा करने वाले अधिकतर कार्यकर्ता मुजफ्फरनगर नगर पालिका सीट से भाजपा प्रत्याशी घोषित की गई मीनाक्षी स्वरूप के पति और भाजपा नेता गौरव स्वरूप के करीबी हैं। गौरव स्वरूप पुराने सपाई रहे हैं। 2022 में ही उन्होंने भाजपा ज्वाइन की थी।
उनकी पत्नी के भाजपा से चुनाव लडऩे की सुगबुगाहट पर 2 दिन पहले सपा के 128 कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी थी। सपा चिकित्सा सभा महानगर पूर्व अध्यक्ष काज़ी खुर्रम के नेतृत्व में पार्टी को अलविदा कहने वाले अधिकतर लोगों का रुख भी गौरव स्वरूप की ओर ही है। डॉ. खुर्रम ने समाजवादी पार्टी छोड़कर साथियों के साथ गौरव स्वरूप से मुलाकात की है। उन्होंने स्वीकार किया कि वह भाजपा ज्वाइन कर रहे हैं।