मोरना। तीर्थनगरी शुकतीर्थ बाण गंगा में रविवार को काला पानी देखने पहुंचे जिला पंचायत अध्यक्ष के समक्ष पंडित, पुरोहित, दुकानदार व साधु-संतो ने प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नही किए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई। सेवकों ने उन्हें मृत मछलियां दिखाई। जिला पंचायत अध्यक्ष ने प्रकरण की पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजने की बात कही।
भोपा थाना क्षेत्र की तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में बह रही बाण गंगा में गत तीन दिनों से उत्तराखंड हरिद्वार की ओर से दूषित काला पानी बह रहा है, जिसके चलते बड़ी संख्या में मछली, कछुआ आदि जलीय जीव-जंतुओं की मौत हो रही है। काला पानी को देख अनेक श्रद्धालु गंगा स्नान किए बगैर ही वापस लौट रहे है।
प्रशासन द्वारा ठोस कार्रवाई न होने पर पंडित पुरोहित, दुकानदारों व साधु-संतों में रोष बना है। रविवार को जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल, भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के संयोजक रामकुमार शर्मा व कथा वाचक अजय कृष्ण शास्त्री गंगा घाट पर पहुंचे, जहां पर पंडित, पुरोहित, दुकानदार व साधु-संतो ने प्रशासन के द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नही होने से कड़ी नाराजगी जताई।
श्री गंगा सेवा समिति के महामंत्री महकार सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय इकाई की टीम दूषित काला पानी के सैम्पल ले चुकी है, जिसकी रिपोर्ट में लक्सर की ओर केमिकल युक्त पानी आने से बाण गंगा में आक्सीजन की कमी होना पाया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल ने मोबाइल से डीएम, सीडीओ व एसडीएम जानसठ को स्थिति से अवगत कराया। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि गंगा प्रकरण में भी जिला प्रशासन गंभीर नही है वह पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजेंगे।