शामली। चार माह से जिला पंचायत में चल रही उठापठक में मंगलवार को एक नया मोड आ गया। जिला पंचायत अध्यक्षा मंगलवार को एक बार फिर से अपने पुराने खेमें में पहुंच गई। जहां पर उनका जिला पंचायत के 12 सदस्यों के द्वारा स्वागत किया गया। बाद में एलएमसी विरेन्द्र सिंह का आर्शीवाद लेकर वह उनके आवास पर चली गई तथा वह मीडिया के सामने नही आई।
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद अचानक ही जनपद की राजनीति में एक नया भूचाल आ गया था। जिसके चलते जिला पंचायत अध्यक्षा मधु गुर्जर ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान खेमें से बगावत करते हुए मनीष चौहान खेमें पर गंभीर आरोप लगाते हुए माह जून में पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी, रालोद विधायक प्रसन्न चौधरी, भाजपा नेता अनिल चौहान के साथ जाकर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिली थी तथा उनको जनपद की स्थिति से अवगत कराया था।
जिसके बाद जनपद की राजनीति में भूचाल आ गया था तथा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान आरोपों के बाद आक्रमक मुद्रा में आ गए थे तथा उन्होंने अपने जसाला फाॅर्म हाऊस पर जिला पंचायत सदस्यों के साथ बैठकें करके आर पार की लडाई लडने का आहवान कर दिया था। जिसके बाद उनके द्वारा 06 अगस्त को क्षेत्र के गांव डून्डूखेडा में 84 खाप की स्वाभिमान महापंचायत का आयोजन किया गया था।
जिसके लिए उनकी टीम ने गांव दर गांव जाकर सम्पर्क किया था तथा बाद में पंचायत में वह भाजपा नेत्री मृंगाका सिंह को मनाने में सफल हुए थे तथा उन्होंने भी पंचायत मे भाग लिया था तथा पंचायत की अध्यक्षता भी भाजपा नेंत्री मृंगाका सिंह के द्वारा की गई थी। पंचायत में मनीष चौहान ने कहा था कि मधु हमारे परिवार का हिस्सा है, हमारे परिवार की बहू है, यह परिवार की लड़ाई है, कुछ बाहरी लोगों ने बहला-फुसलाकर उन्हें बरगला दिया है, आज नही तो कल वह वापस अपने घर लौट आयेगी।
उन्होंने विपक्षियों को चेतावनी देते हुए कहा कि सोच समझ कर पंगा लिया करो, यह पड़ोसन के पुडे हैं, ब्याज सहित वापस लौटाऊंगा। उन्होंने पंचायत में मौजूद सर्व समाज के लोगों से कहा कि अब आप लोगों को निर्णय करना हैं, निर्णय आप लोगों के हाथ में है। इतना सब होने के बाद भी जिला पंचायत अध्यक्ष मधु गुर्जर ने अपना विरोध जारी रखते हुए जनपद की विकास को प्राथमिकता बताते हुए मनीष चौहान खेमें में आने से इंकार कर दिया था।
जिसके बाद से उक्त मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। एक और जहां इस समय सभी राजनैतिक दल के साथ साथ जनपद के सभी नेता मीरापुर उपचुनाव में अपने मोहरे सेट कर रहे थे, उसी समय पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान ने अपना बडा दांव खेलते हुए सबको चौंका दिया। मंगलवार को वह मधु गुर्जर के गांव खेडाकुर्तान पहुंचे तथा मधु गुर्जर को अपने साथ जसाला अपने फाॅर्म हाऊस पर लेकर पहुंचे। जहां पर पहले से ही एमएलसी विरेन्द्र सिंह, ब्लाॅक प्रमुख डा विनोद मलिक के साथ – साथ जिला पंचायत के 12 सदस्य मौजूद थे।
जसाला फाॅर्म हाऊस पर पहुंचने के बाद मधु गुर्जर ने एमएलसी विरेन्द्र सिंह का आर्शीवाद लिया तथा बाद में बंद कमरे में सभी की वार्ता हुई। वार्ता खत्म होने के बाद सभी जिला पंचायत सदस्यों ने एकजुटता का संदेश दिया तथा उसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष मधु गुर्जर अपने बच्चों के साथ एमएलसी विरेन्द्र सिंह के आवास पर चली गई। इस दौरान रणधावा मलिक, श्रीमती शैफाली चौहान, अनिल तित्तरवाडा, ठाकुर कर्ण सिंह, अनिल कश्यप, राकेश कुमार, मोनू ठाकुर, अरूण ठाकुर, अजीम खान, अखलाक, गय्यूर, मैनपाल सैनी आदि जिला पंचायत सदस्य मौजूद रहे।
वही इस मामले में वीरेंद्र सिंह एमएलसी ने बताया कि आज हमारे परिवार की बहू वापस अपने घर लौट आई है। हम सत्ता पक्ष वाले लोग है, हमारी प्राथमिकता जनपद का विकास है, पिछले चार माह से अधर में लटके विकास का कार्य अब जल्द ही शुरू कराया जायेगा।
वही जब मनीष चौहान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष से बात की तो उन्होंने बताया कि मधु हमारे परिवार की सदस्य रही है, आगे भी रहेगी, आज मैं सुबह खेडाकुर्तान गया था, जहां से मैं और हमारे जिला पंचायत सदस्य एक साथ मिलकर मधु को वापस जिला पंचायत में ले आए है। पिछले चार माह से जो जनपद का विकास कार्य कुछ कारणों से बाधित हो गया था जल्द ही बोर्ड की बैठक का आयोजन कर जनपद के विकास कार्यों को एक बार फिर से गति प्रदान की जायेगी।
वही जब सदर विधायक प्रसन्न चौधरी से बात की तो उन्होंने बताया कि मैं मीरापुर उपचुनाव के चलते गांव भोकरहेडी में हूॅ, उपरोक्त घटनाक्रम की मुझे कोई जानकारी नही है, जानकारी करने के बाद ही कोई प्रतिक्रिया दी जा सकती है।