रांची। झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने बुधवार को कहा कि वे राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे। अपने हजारों समर्थकों से मुलाकात और बातचीत के बाद उन्होंने तय किया है कि वो या तो अपना नया राजनीतिक संगठन बनाएंगे या फिर रास्ते में कोई अच्छा दोस्त मिल जाए तो उसके साथ चल पड़ेंगे।
उन्होंने अपने गांव जिलिंगगोड़ा में पत्रकारों के सवालों पर कहा कि उनके साथ सरकार में जो कुछ हुआ और उन्हें जिन स्थितियों का सामना करना पड़ा, उसके बारे में वह सोशल मीडिया पर विस्तार से बता चुके हैं। वह अपनी बात पर कायम हैं। अब उनका रास्ता अलग होगा। चंपई सोरेन दिल्ली के तीन दिनों के प्रवास के बाद मंगलवार देर रात कोलकाता होते हुए अपने गांव पहुंचे। इस दौरान रास्ते में उन्होंने जगह-जगह अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की।
बुधवार को भी सुबह से ही उनके आवास पर बड़ी संख्या में लोगों का जमावड़ा लगा रहा। उन्होंने समर्थकों-कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनके मन में राजनीति से संन्यास लेने का ख्याल आया था, लेकिन आपने जिस तरह हजारों की संख्या में आगे आकर मुझे हौसला दिया है, उसके बाद मैंने यह विचार त्याग दिया है। दिल्ली दौरे के बारे में पूछे जाने पर चंपई सोरेन ने कहा कि यह उनका निजी कार्यक्रम था। वह भाजपा के किसी नेता से मिलने नहीं गए थे।
वहां मेरी पुत्री और पोता रहता है। उनसे मिलने अपने दोनों बेटों के साथ गया था। झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर कहा, “हम चंपई सोरेन के भाजपा में आने का ना आग्रह करेंगे, ना अनुरोध। चंपई सोरेन बहुत समझदार हैं। वे अपनी मंजिल ढूंढ लेंगे। वे संघर्षशील रहे हैं। सही राह पर ही आगे चलेंगे। साथी ढूंढ रहे हैं तो सही साथी ढूंढ लेंगे।”