गाजियाबाद। गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की मंगलवार को घोषणा की जा चुकी है। गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 23 को नतीजे आएंगे।
4.69 लाख मतदाता करेंगे अपने मत का उपयोग
गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट पर मतदाताओं की संख्या 4,69,341 है। विधानसभा उपचुनाव में करीब पौने पांच लाख मतदाता अपने मतों का उपयोग करेंगे। बता दें गाजियाबाद विधानसभा सीट भाजपा के खाते में थी। इस सीट पर भाजपा लगातार दो बार से चुनाव जीत रही है। भाजपा ने इस बार भी उपचुनाव में जीत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकी हुई है। गाजियाबाद शहर सीट से वर्तमान सांसद अतुल गर्ग विधायक थे। भाजपा ने अतुल गर्ग को सांसद प्रत्याशी बनाया और उन्होंने जीत दर्ज की। इसके बाद शहर विधानसभा सीट खाली हो गई थी।
उपचुनाव की घोषणा के साथ बढ़ी दलों की सरगर्मियां
उपचुनाव की घोषणा होते ही दलों की सदगर्मियां बढ़ गई हैं। गाजियाबाद शहर सीट पर इस बार मुख्य मुकाबला भाजपा और गठबंधन प्रत्याशी के बीच माना जा रहा है। वहीं दूसरी ओर चंद्रशेखर आजार की पार्टी असपा ने गाजियाबाद शहर विधानसभा का प्रभारी सत्यपाल चैधरी को बना दिया है। सत्यपाल चैधरी पिछले दो महीने से डेरा डाले हुए हैं और वो उपचुनाव की तैयारी कर रहे हैं। सत्यपाल चैधरी राजस्थान के पार्टी प्रभारी हैं। सपा-कांग्रेस गठबंधन के गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट कांग्रेेस के खाते में आने की उम्मीद है। कांग्रेस से कई दावेदार टिकट की दौड़ में हैं। कांग्रेस से टिकट के लिए सबसे अधिक मजबूत दावेदारी पूर्व सांसद सुरेंद्र प्रकाष गोयल के बेटे सुशांत गोयल की है। इससे पहले सुशांत गोयल मेयर का टिकट मांग रहे थे। टिकट को लेकर सबसे अधिक मारामारी भाजपा में मची हुई है। भाजपा में विधानसभा चुनाव लडने वालों दावेदारों की संख्या सबसे अधिक है। शहर विधानसभा सीट से भाजपा में टिकट के सबसे प्रबल दावेदार संजीव शर्मा को माना जा रहा है।
जिला प्रशासन शुरू की अपनी तैयार
गाजियाबाद शहर सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान होते ही जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।विधानसभा उपचुनाव की घोषणा होते ही शहरी क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। शहर विधानसभा क्षेत्र में 119 मतदेय केंद्र हैं। जिनमें 506 मतदान स्थल बनाए गए हैं।