चेन्नई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के तमिलनाडु दौरे के एक दिन बाद अन्नाद्रमुक नेतृत्व 2024 के लोकसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे पर भाजपा की राज्य इकाई के साथ विस्तृत चर्चा के लिए तैयार है। अन्नाद्रमुक के सूत्रों ने बताया कि बैठक में दोनों दलों द्वारा चुनाव में लड़ी जाने वाली सीटों की संख्या पर विचार किया जाएगा। हालांकि भाजपा ने तमिलनाडु की 39 में से 25 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है, लेकिन चर्चा है कि वह 11 सीटों से संतुष्ट हो जाएगी।
अन्नाद्रमुक के कई वरिष्ठ नेता चुनाव लड़ेंगे और पार्टी के सूत्रों ने बताया कि यह बैठक चुनाव लड़ने वाली सीटों और प्रत्येक सीट के लिए रणनीति के बारे में चर्चा करने के लिए होगी।
भाजपा निष्कासित एआईएडीएमके नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) की चालों पर भी करीब से नजर रख रही है, जो दक्षिण तमिलनाडु में विशेष रूप से मदुरै, थेनी, तिरुनेलवेली जिलों में एक ताकत है।
भाजपा के सूत्रों ने बताया कि पार्टी ओपीएस के साथ गुप्त बातचीत कर रही है, क्योंकि दक्षिण तमिलनाडु की चुनावी राजनीति में उन्हें अलग नहीं किया जा सकता है। ओपीएस एक थेवर हैं और कई दक्षिणी इलाकों में यह समुदाय मजबूत है।
अन्नाद्रमुक के पूर्व अंतरिम महासचिव और दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता के करीबी सहयोगी वी.के. शशिकला भी बीजेपी के राडार पर हैं। वह भी थेवर समुदाय से हैं और ओपीएस की तरह राज्य के दक्षिणी जिलों में उनका दबदबा है।
डीएमके पहले ही तमिलनाडु और पुडुचेरी की सभी 40 लोकसभा सीटों को लक्षित कर अपना अभियान शुरू कर रही है।
अन्नाद्रमुक के सूत्रों ने बताया कि पार्टी के शीर्ष पदाधिकारी अमित शाह के इस बयान से नाखुश हैं कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनावों में 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। ईपीएस सहित सभी नेताओं ने इसका कड़ा विरोध किया।