मुंबई। फिल्म अभिनेता सलमान खान मारने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने पाकिस्तान से एके-47 राइफलें मंगवाई थी और 25 लाख रुपये की सुपारी दी थी। इसके साथ ही सलमान खान की दैनिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए लगभग 60 से 70 लोगों को रखा था।
यह खुलासा नवी मुंबई पुलिस की ओर से कोर्ट में पेश की गई लॉरेंस बिश्नोई गैंग के पांच आरोपितों के विरुद्ध 350 पेज की चार्जशीट से हुआ है। नवी मुंबई पुलिस ने जासूसी एजेंसी की जानकारी, आरोपित के मोबाइल फोन, उसकी बातचीत, तकनीकी जानकारी, व्हाट्सएप ग्रुप, टावर लोकेशन और ऑडियो-वीडियो कॉल के आधार पर सबूत इकट्ठा किए हैं। उसके आधार पर 350 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई है।
चार्जशीट में बताया गया है कि सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। चार्जशीट के अनुसार बिश्नोई गैंग ने सलमान के साथ-साथ सिद्धू मूसेवाला को भी मारने की योजना अगस्त 2023 से अप्रैल 2024 के बीच बनाई गई थी। बिश्नोई गैंग ने सलमान खान पर हमले के लिए 25 लाख रुपये की सुपारी दी थी और पाकिस्तान से एके-47 राइफलें मंगवाई थीं।
सलमान खान के बांद्रा स्थित आवास गैलेक्सीअपार्टमेंट के सामने 14 अप्रैल की सुबह दो अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी की थी। इस मामले में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के पांच गुर्गों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें धनंजय तापसिंह उर्फ अजय कश्यप (28), गौतम विनोद भाटिया (29), वासपी महमूद खान उर्फ चीना (36), रिजवान हसन उर्फ जावेद खान (25) और दीपक हवासिंह उर्फ जॉन वाल्मिकी (30) हैं।
नवी मुंबई पुलिस को पूछताछ के दौरान इन गुर्गों ने बताया है कि सलमान खान की दैनिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए लगभग 60 से 70 लोग थे। ये सभी लोग इस अपडेट को एक व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर कर रहे थे। ये 60 से 70 लोग सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट, पनवेल फार्महाउस और फिल्म सिटी में उनकी हर गतिविधि पर नजर रखते थे।