मेरठ। नगर निगम ने शिक्षिका मां को पुरुष दर्शाकर मृत्यु प्रमाण जारी कर दिया है। शिक्षिका के तीन मृत्यु प्रमाण पत्र देखकर बैंक मैनेजर हैरान रह गई है।
निगम के कारनामे के चलते एनआरआई बेटी तीन महीने से अपने हक के लिए चक्कर काट रही है।
नगर निगम ने शिक्षिका मां को पुरुष दर्शाकर मृत्यु प्रमाण जारी कर दिया है। शिक्षिका के तीन मृत्यु प्रमाण पत्र देखकर बैंक मैनेजर हैरान रह गई है। सीआरएस पोर्टल द्वारा प्रमाण पत्र पर बार-कोड भी नहीं है। प्रमाण पत्र फर्जी मानते हुए बैंक ने बेटी को वारिसान मानने से इंकार कर दिया है। नतीजा है कि शिक्षिका के बैंक खाते से न पैसा और न ही लॉकर खुल पा रहा है।
कांतकुंज साकेत निवासी प्रकाश विरेश्वर पत्नी विरेश्वर त्यागी की आठ अक्तूबर 2016 को मौत हो गई थी। वह आरजी कॉलेज में शिक्षिका थीं। बेटी राखी समीर अपने पति के साथ सिंगापुर में रहती हैं। प्रकाश विरेश्वर के पुत्र-पुत्रवधू की भी मृत्यु हो चुकी है।
एनआरआई बेटी राखी ने अपनी मां का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए निगम में आवेदन किया। निगम ने प्रकाश विरेश्वर को पुरुष दर्शाकर प्रमाण पत्र जारी कर दिया। बेटी ने मृत्यु प्रमाण की कॉपी जिला सहकारी बैंक में लगा दी। प्रमाण पत्र पर बैंक ने आपत्ति लगा दी, तभी एक घंटे बाद बेटी ने निगम से दूसरा प्रमाण पत्र जारी करा लिया है।