कन्नौज। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को अपनी जीत की घोषणा के लगभग 15 घंटे बाद कन्नौज जनपद पहुंचे। यहां उन्हाेंने जिला अधिकारी कार्यालय जाकर अपना प्रमाण पत्र लिया। सपा अध्यक्ष की जीत से जिले में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में जश्न का माहौल है। आज जैसे ही अखिलेश यादव के आने की सूचना मिली पार्टी कार्यकर्ता और नेता सपा कार्यालय पहुंचने लगे।
जिले के मानीमऊ कस्बे से पाल चौराहे तक कार्यकर्ताओं ने फूल बरसा कर नवनिर्वाचित कन्नौज के सांसद अखिलेश यादव का जोरदार स्वागत किया। सपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़ा की थाप पर नृत्य करते हुए खूब जश्न मनाया। अखिलेश का काफिला के पार्टी कार्यालय पहुंचते ही सीधे जिलाधिकारी कार्यालय के लिए रवाना हो गया। वहां पहुंचकर अखिलेश यादव ने जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ला से अपना जीत का प्रमाण पत्र लिया।
जिलाधिकारी कार्यालय से बाहर निकलते हुए मीडिया से अखिलेश ने किसी प्रकार की कोई बात नहीं कि वह दिल्ली जाने की बात करते हुए वहां से पार्टी कार्यालय के लिए निकल गए। पार्टी कार्यालय में अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को जीत दिलाने के लिए धन्यवाद दिया, उसके बाद वह सीधे दिल्ली के लिए रवाना हो गए। जहां आज शाम होने वाली इंडिया (आईएनडीआईए) गठबंधन की बैठक में शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव 2000 में मुलायम सिंह यादव द्वारा कन्नौज से इस्तीफा देने के बाद हुए उपचुनाव में जीत कर पहली बार सांसद बने थे। उसके बाद लगातार तीन बार चुनाव जीते। 2012 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने इस सीट को छोड़ दिया। उसके बाद हुए उपचुनाव में डिंपल यादव निर्विरोध सांसद चुनी गई थीं।
2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने डिंपल यादव को हराकर यह सीट जीत ली थी। इस हार के बाद यहां समाजवादी पार्टी कमजोर पड़ने लगी थी। उनके कार्यकर्ताओं में फूट पड़ने लगी थी, लेकिन 12 साल बाद एक बार फिर से अखिलेश यादव ने इस सीट को जीत कर समाजवादी पार्टी की फिर से मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है।