चंडीगढ़। हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की सोनीपत यूनिट ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य अंकित नरवाल को गिरफ्तार किया है। अंकित फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश भागने की योजना बना रहा था। वह चार गंभीर अपराधों में शामिल था और हाल ही में जमानत पर जेल से बाहर आया था।
मुज़फ्फरनगर में 10 हज़ार के इनामी को पुलिस ने दबोचा,अपहरण के मामले में चल रहा था फरार
सोनीपत एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि अंकित नरवाल, जो सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहता था, विदेश भागने की तैयारी कर रहा था। इस पर एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए अंकित को गिरफ्तार किया। अंकित पर चंडीगढ़ में दो युवकों की हत्या सहित कई गंभीर अपराधों का आरोप है। एसटीएफ ने उसकी योजना को नाकाम कर दिया और उसके खिलाफ सबूत जुटाए।
मुज़फ्फरनगर में अन्तर्जनपदीय तेल चोर गिरोह के 5 बदमाश गिरफ्तार, तमंचे, कारतूस, केंटर बरामद
डीएसपी इंदिवर ने बताया कि अंकित ने बरोदा थाना इलाके में फर्जी कागजात के आधार पर पासपोर्ट बनवाया था। इस मामले में बरोदा थाना में मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया। अब एसटीएफ यह पता लगा रही है कि अंकित को फर्जी पासपोर्ट बनाने में किसने मदद की। अंकित के खिलाफ पहले भी चार संगीन अपराधों के आरोप थे। डीएसपी ने बताया कि अंकित नरवाल को चार दिन के पुलिस रिमांड पर रखा गया है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।
मुज़फ्फरनगर में क्रिकेट पर खेला जा रहा था सट्टा, 2 गिरफ्तार, मौके से मोबाइल फोन, उपकरण, नकदी बरामद
पुलिस जानने की कोशिश कर रही है कि वह किन लोगों के साथ मिलकर यह फर्जी दस्तावेज तैयार करवाता था और पासपोर्ट की सत्यापन प्रक्रिया में कौन शामिल था। जांच अभी जारी है। उन्होंने बताया कि हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स इस मामले में सक्रिय रूप से जांच कर रही है और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर कार्य कर रही है। पहले भी ऐसे मामलों में युवकों की पहचान की गई है जो फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश भागने की कोशिश करते हैं। इस मामले की भी गहन जांच की जा रही है और जिन लोगों ने उसे पहचान पत्र और पासपोर्ट बनाने में मदद की, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल इस मामले में अंकित नरवाल के खिलाफ रंगदारी या फिरौती का कोई आरोप नहीं है, लेकिन उसके खिलाफ चार गंभीर आपराधिक मामले पहले से ही दर्ज हैं।