देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पूर्व निजी सचिव प्रकाश उपाध्याय पर धोखाधड़ी का एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। अब पटियाला निवासी रजत पाराशर ने एक करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया है।
प्रकाश उपाध्याय समेत 5 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। डीजीपी को शिकायत करने के बाद नगर कोतवाली में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
पटियाला के गुरुनानक नगर निवासी रजत पाराशर ने डीजीपी अशोक कुमार को शिकायत दर्ज कर कहा था कि वह पटियाला के पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव कुमार के जरिए प्रकाश उपाध्याय और सौरभ वत्स से मिले थे।
प्रकाश उपाध्याय ने रजत पाराशर को कहा था कि सोलर, गीजर, इलेक्ट्रिकल, लैब उपकरण और उच्च शिक्षा के प्रोजेक्ट का टेंडर दिला देगा। इस आश्वासन पर कारोबारी रजत पाराशर तैयार हो गए थे।
इसके बाद रजत पाराशर को प्रोजेक्ट लेने के लिए 1 जून 2022 को सचिवालय का पास बुलाकर चतुर्थ तल स्थित सीएम कार्यालय बिल्डिंग में ले जाया गया।
इसके बाद सामान के निरीक्षण के लिए सौरभ पत्नी और दो बच्चों के साथ चंडीगढ़ गया। उसे वहां लग्जरी होटल में ठहराया गया। उसके बाद अलग-अलग झांसा देकर आरोपियों ने रजत पाराशर से अलग-अलग तारीखों में एक करोड़ दो लाख रुपए हड़प लिए।
रजत पाराशर ने बताया कि मुख्यमंत्री का निजी सचिव होने के नाते प्रकाश उपाध्याय ने भरोसा दिया कि वह उन्हें काम दिलवा देगा। उनके सेवानिवृत्त होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में सौरभ वत्स उनकी जिम्मेदारी संभालेगा। रुपए देने के बाद जब भी रजत पाराशर आरोपियों से टेंडर की बात करते थे तो हर बार टालमटोल करते हुए कहते थे कि टेंडर पर काम चल रहा है।
लेकिन, जब टेंडर नहीं मिला और रकम वापस मांगी तो आरोपियों ने धमकी देनी शुरू कर दी।
कोतवाली नगर प्रभारी राकेश गुसाईं ने बताया कि रजत पाराशर की शिकायत पर प्रकाश चंद उपाध्याय, सौरभ शर्मा उर्फ सौरभ वत्स उसकी पत्नी नंदिनी वत्स, शाहरुख खान और करनवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।