मोरना। पचेंडा कलां के सहदेव सिंह ने भोपा गंगनहर में छलाँग लगा दी। गोताखोर द्वारा उन्हें गहरे पानी से निकालकर बाहर निकाला गया तथा भोपा सीएचसी पहुंचाया गया, जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया।
नई मंडी थाना क्षेत्र के गांव पचेन्डा कलां के सहदेव सिंह ने शनिवार दोपहर बाद भोपा स्थित गंगनहर में छलांग लगा दी। उपस्थित व्यक्तियों ने यह देखकर शोर मचाया तभी पास में मौजूद गोताखोर राजीव वाल्मीकि ने नहर में कूदकर जि़न्दगी के लिये गहरे पानी की धार से संघर्ष कर सहदेव सिंह को बचाने की कोशिश शुरू कर दी। कुछ दूर जाकर राजीव वाल्मीकि ने सहदेव सिंह को बाहर निकाल लिया। आनन-फानन में उनको भोपा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर ले जाया गया, जहाँ चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एक कार मुजफ्फरनगर की ओर से आई, जो भोपा में आढ़त वाली पटरी पर आकर रुकी, जिससे एक व्यक्ति पटरी से नीचे उतरा और नहर में छलाँग लगा दी। बताया जा रहा है कि सहदेव ने अपने बड़े भाई अर्जुन पहलवान को फोन कर आत्महत्या करने की सूचना दी थी, मैं जट मुझेड़ा आ गया हूँ और नहर में कूदने जा रहा हूँ। भाई के समझाने के बाद भी सहदेव नही माने और भोपा आकर गंगनहर में कूदकर आत्महत्या कर ली।
पीछे से दौड़े आ रहे परिजन मौके पर पहुंच गये, किन्तु तब तक सहदेव सिंह अपनी कही पूरी कर चुके थे। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पहलवानों के नाम से मशहूर परिवार में मातम छा गया है। भाई अर्जुन, नकुल, युधिष्ठिर, पत्नी साधना, पुत्र अनुराग व अभिनव, पुत्री पीहू को अपने पीछे रोता बिलखता छोड़ गये हैं। भोपा सीएचसी पर जाकर जिला पँचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल ने परिवारजनों को सांत्वना दी।