अहमदनगर (महाराष्ट्र)। शराब घोटाले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने पर तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया।
गांधीवादी सामाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा कि उन्होंने काफी पहले ही उन्हें राजनीति में न आने की नसीहत दी थी, लेकिन केजरीवाल ने उनकी बात नहीं मानी। कभी लोकपाल के लिए केजरीवाल के साथ दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन का नेतृत्व करने वाले अन्ना हजारे ने कहा, “मैंने पहले ही केजरीवाल को कहा था कि राजनीति में मत जाओ।
केजरीवाल को कई बार समझाया था कि समाज सेवा में ही आनंद है, लेकिन उनके दिल में यह बात नहीं ठहरी। मैं पहले से ही कह रहा था कि अरविंद केजरीवाल को राजनीति में नहीं जाना चाहिए था। समाज सेवा में ही आनंद है, लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं मानी।” अन्ना हजारे ने आगे कहा, “अब जो होना था, वह हो गया। अरविंद केजरीवाल के दिल में क्या है, मैं क्या जानूं?”
उल्लेखनीय है कि तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर निकलने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान करके राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी। उन्होंने आज कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए चुनाव आयोग से नवंबर में ही विधानसभा चुनाव कराये जाने का आह्वान किया। दिल्ली में फरवरी में विधानसभा चुनाव संभावित हैं।