वाराणसी। ज्ञानवापी परिसर के वैज्ञानिक सर्वे की रिपोर्ट भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) टीम ने शुक्रवार को भी जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में नहीं दाखिल किया। एएसआई के अधिवक्ता ने सर्वे रिपोर्ट तैयार न होने पर न्यायालय से 15 दिन का अतिरिक्त समय मांगा है। केंद्र सरकार के स्पेशल गवर्निंग काउंसिल अमित श्रीवास्तव ने अतिरिक्त समय के लिए लेयर अर्जी दाखिल की है।
वादी हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता मदन मोहन यादव के अनुसार ज्ञानवापी परिसर में 4 अगस्त से 3 नवम्बर तक किये गये वैज्ञानिक कार्यवाही की आख्या अभी तक न आने की वजह से एएसआई के अधिवक्ता ने 15 दिन का न्यायालय से और समय मांगा है। माना जा रहा है कि त्योहारों पर लगातार अवकाश के चलते सर्वे रिपोर्ट पूरी तरह से तैयार नहीं हो सकी है। जिला जज अर्जी पर अपराह्न दो बजे के बाद निर्णय देंगे।
उल्लेखनीय है कि ज्ञानवापी की वैज्ञानिक सर्वे रिपोर्ट जमा करने के लिए एएसआई की टीम को पहले चार सितम्बर तक का अदालत ने अतिरिक्त समय दिया था। चार सितम्बर तक रिपोर्ट तैयार न होने पर एएसआई ने फिर अदालत से और समय मांगा। न्यायालय ने 06 सितम्बर को अतिरिक्त समय देते हुए सर्वे रिपोर्ट 17 नवम्बर को दाखिल करने का आदेश दिया था। ज्ञानवापी परिसर में सौ दिन से अधिक समय तक चले सर्वे में मिले 250 अवशेष को जिलाधिकारी की निगरानी में कलेक्ट्रेट परिसर स्थित कोषागार के लॉकर में जमा करा दिया गया है।