लखनऊ/नई दिल्ली। नीति आयोग, भारत सरकार द्वारा संचालित आकांक्षात्मक विकास खंड कार्यक्रम के अंतर्गत उत्तर प्रदेश ने शानदार प्रदर्शन किया है। प्रदेश के 42 जिलों के 68 विकास खंडों का चयन इस कार्यक्रम के लिए किया गया है। नीति आयोग द्वारा जारी ओवरऑल रैंकिंग में उत्तर प्रदेश के विकास खंड-कौशाम्बी को जून 2023 में द्वितीय रैंक और श्रावस्ती के विकास खंड-जमुनहा को मार्च 2024 में प्रथम रैंक प्राप्त हुआ। वहीं, जोन-वार रैंकिंग में भी प्रदेश के विभिन्न विकास खंडों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इसमें जून 2023 में हरैया (बस्ती) प्रथम, विरनो (गाजीपुर) द्वितीय, सितंबर 2023 ने बहेड़ी (बरेली) द्वितीय, मार्च 2024 में संडीला (हरदोई) एवं जगदीशपुर (अमेठी), जून 2024 में पुरेडलई (बाराबंकी) एवं राजेपुर (फर्रुखाबाद) तथा सितंबर 2024 में खेसरहा (सिद्धार्थनगर) प्रथम और नवाबगंज (फर्रुखाबाद) द्वितीय रहे।
नीति आयोग ने उत्तर प्रदेश के आकांक्षात्मक विकास खंडों की सतत प्रगति और उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की है। नीति आयोग ने देशभर के 500 विकास खंडों को छह जोन (हिली, नॉर्थ ईस्ट एंड आइलैंड्स, नॉर्दर्न, साउदर्न, वेस्टर्न, सेंट्रल और ईस्टर्न) में बांटा है, इसमें उत्तर प्रदेश को जोन-2 (85 विकास खंड) में रखा गया है। नीति आयोग द्वारा चयनित 40 इंडिकेटर्स के आधार पर प्रत्येक त्रैमास डेल्टा रैंकिंग (ओवरआल और जोन-वार) जारी की जाती है। नीति आयोग द्वारा बेहतर प्रदर्शन करने वाले विकास खंडों को प्रोत्साहित करने के लिए धनराशि प्रदान की जाती है। ओवरऑल रैंकिंग में प्रथम रैंक प्राप्त करने पर 3 करोड़ और द्वितीय रैंक पर 2 करोड़ रुपये प्रदान किए जाते हैं। इसके साथ ही, जोन-वार रैंकिंग में प्रथम रैंक पर 1.5 करोड़ और द्वितीय रैंक पर 1 करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान की जाती है।