गंगटोक। सिक्किम में भारत-चीन सीमा क्षेत्र को जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू मार्ग (जेएन रोड) पर मंगलवार सुबह हिमस्खलन की चपेट में आने से 7 लोगों की मौत हो गई है। हिमस्खलन में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान युद्धस्तर पर चल रहा है, क्योंकि और लोगों के हताहत होने की आशंका है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि गंगटोक को नाथुला से जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू रोड पर 15वें माइल पर मंगलवार को दोपहर करीब 12 बजकर 20 मिनट पर हिमस्खलन हुआ। हिमस्खलन उस क्षेत्र में आया, जहां कई पर्यटक जवाहरलाल नेहरू मार्ग के बर्फ से ढके पहाड़ी किनारे के पास मौजूद थे। यह रास्ता गंगटोक को त्सोमगो झील और नाथुला सीमा के पर्यटन स्थलों से जोड़ता है। तत्काल राहत कार्य शुरू करके हिमस्खलन में फंसे छह पर्यटकों को निकालकर नजदीकी सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां सभी ने दम तोड़ दिया, जिनमें चार पुरुष, एक महिला और एक बच्चा शामिल है।
पुलिस के अनुसार अभी भी 150 से अधिक पर्यटक 15 माइल से आगे फंसे हुए हैं। इस बीच बर्फ में फंसे 30 पर्यटकों को बचा लिया गया है और उन्हें गंगटोक के एसटीएनएम अस्पताल और सेंट्रल रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिक्किम पुलिस, सिक्किम के ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन, पर्यटन विभाग के अधिकारियों और वाहन चालकों की मदद से युद्धस्तर पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है। चेकपोस्ट के महानिरीक्षक सोनम तेनजिंग भूटिया के अनुसार पर्यटकों को केवल 13वें माइल तक जाने के लिए पास जारी किए जाते हैं, लेकिन पर्यटक बिना अनुमति के 15वें माइल की ओर गए थे, जहां यह हादसा हुआ।
घटना की जानकारी मिलते ही भारतीय सेना की त्रिशक्ति कोर, बीआरओ, पुलिस और स्थानीय लोग राहत और बचाव कार्य में जुट गए। शाम चार बजे तक करीब 30 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि छह लोगों की मौत हो चुकी है। घायलों को सेना के पास स्थित चिकित्सा केंद्र ले जाया गया है। हिमस्खलन के कारण कई पर्यटक वाहन फंस गए हैं। मार्ग से हिमस्खलन का मलबा साफ करने के बाद पर्यटकों के वाहनों को बचा लिया गया है। सिक्किम पुलिस ने दो हेल्पलाइन नंबर 03592202033 और 8695622101 जारी किए हैं। पुलिस ने होटल मालिकों से अनुरोध किया है कि यदि कोई पर्यटक नहीं लौटा है, तो उक्त हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें।