नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे जैसे-जैसे सामने आ रहे हैं, दिल्ली में एक बड़ा राजनीतिक बदलाव होता दिख रहा है। 27 साल बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) दिल्ली की सत्ता पर काबिज होती नज़र आ रही है। इस बार, आम आदमी पार्टी (AAP) को करारा झटका लगा है और पार्टी के कई बड़े नेता चुनाव हार गए हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की प्रचंड जीत के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया। पार्टी मुख्यालय समेत पूरे शहर में ढोल-नगाड़ों, पटाखों और मिठाइयों के साथ जश्न मनाया गया।
कार्यकर्ताओं ने “मोदी-मोदी” और “जय श्रीराम” के नारे लगाए। पार्टी दफ्तर पर हजारों समर्थक जमा हुए और ढोल-नगाड़ों पर झूमते नजर आए। जगह-जगह लड्डू और मिठाइयां बांटी गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को जीत की बधाई दी।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, “जनता ने 27 साल बाद बदलाव लाने का फैसला लिया है।”
दिल्ली विधानसभा चुनाव में BJP ने शानदार प्रदर्शन किया और बंपर बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। पार्टी को 9% वोट शेयर का इजाफा हुआ है, जबकि पिछले चुनाव (2020) में AAP को 10% का नुकसान हुआ है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी का ग्राफ इस चुनाव में साफ तौर पर गिरता दिखाई दिया। पार्टी के कई प्रमुख नेता, जिनमें सीएम अरविंद केजरीवाल, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और अन्य बड़े नेता शामिल हैं, अपनी सीटें बचाने में नाकाम रहे हैं।
दिल्ली की नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल को बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने हराया। यह सीट दिल्ली की सबसे हॉट सीटों में से एक मानी जा रही थी, लेकिन केजरीवाल अपनी सीट नहीं बचा पाए।
इस बार कांग्रेस को कोई सीट तो नहीं मिली, लेकिन वोट शेयर में 2% का इजाफा हुआ है, जो पार्टी के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है।
बीजेपी के इस जीत से दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अब देखना होगा कि बीजेपी अपने नए कार्यकाल में किस प्रकार की नीतियाँ और योजनाएँ लेकर आती है, जबकि आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर होने के बाद अपनी दिशा तय करनी होगी।