Saturday, May 17, 2025

रामगोपाल यादव को जातिवादी कहना दिन को अंधेरा कहने जैसा – अवधेश प्रसाद

अयोध्या। समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव और भारतीय जनता पार्टी के नेता विजय शाह के भारतीय सैन्य अधिकारियों पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रियाओं का दौर तेज है। फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने इन सभी बिंदुओं पर अपने विचार साझा किए। अवधेश प्रसाद ने समाजवादी पार्टी के रुख को भी स्पष्ट किया।

 

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अवधेश प्रसाद ने कहा कि रामगोपाल यादव समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ और बहुत ही समझदार नेता हैं। उनकी सोच कभी भी जातिवादी नहीं हो सकती। समाजवादी पार्टी के लोग जातिवादी नहीं हो सकते। जो लोग जातिवादी होंगे, वे समाजवादी नहीं हो सकते। रामगोपाल यादव के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना अज्ञानता का द्योतक है। उनको रामगोपाल वर्मा के विचारों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर ने लोगों को जो अधिकार दिलाए हैं, उन्हें दिलाने के लिए समाजवादी पार्टी पूरी तरह से प्रयत्नशील है।

 

 

 

उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार जाति को आधार बनाकर काम करती है। चाहे पोस्टिंग की बात हो, सरकार के निर्णय की बात हो, एनकाउंटर्स की बात हो या बुल्डोजर घरों पर चलाने की कार्रवाई, यह सब धर्म-जाति देखकर किए गए हैं। जबकि समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ता कभी जातिवादी नहीं होगा। इसलिए भाजपा अगर रामगोपाल यादव पर जातिवादी होने का आरोप लगा रही है तो यह सरासर दिन को अंधेरा कहना है।

 

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बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में सपा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में नियमित रूप से ब्रीफिंग करने वाली वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह को लेकर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया था। उन्होंने सेना के अन्य अधिकारियों की जातियां भी बताईं। रामगोपाल यादव ने गुरुवार को मुरादाबाद के बिलारी तहसील में आयोजित पार्टी के एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की थी। रामगोपाल यादव ने अपनी टिप्पणी में व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी सहित अन्य सैन्य अधिकारियों की जाति का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “युद्ध एक मुसलमान, एक जाटव और एक यादव ने लड़ा। ये तीनों पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (पीडीए) वर्ग से आते हैं। ऐसे में भाजपा इस अभियान का श्रेय कैसे ले सकती है।”

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