फतेहपुर। जिले में बुधवार को हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव में तीन लोगों की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या के मामले में जिला प्रशासन ने आरोपित ज्ञान सिंह की बहन के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण को धराशायी कर दिया है। जिलाधिकारी रविंद्र सिंह ने बताया कि हत्यारोपी से संबंधितों का यह घर ग्राम समाज का भूमि पर अवैध रूप से निर्माण किया गया था। इसलिए यह कार्रवाई की गई है। दरअसल, जिले में हुए इस हत्याकांड के मामले में राजनीति भी शुरू हो गई थी। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख व उत्तर प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने जिले के इस तिहरे हत्याकांड पर योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की थी। मामला तूल पकड़े, इसके पहले ही हत्यारोपियों पर योगी सरकार के बुलडोजर एक्शन काे पीड़ितों को न्याय का भरोसा जगाने की नजर से देखा जा रहा है।
मुज़फ्फरनगर में सीएमओ ऑफिस पर भाकियू अराजनैतिक का धरना, गर्ग अस्पताल के खिलाफ की कार्यवाही की मांग
बता दें कि कल गांव के ट्रिपल मर्डर मामले में ग्रामीणों ने एनकाउंटर व बुलडोजर की कार्रवाई के साथ आरोपियों के घर को ध्वस्त किये जाने की मांग पूरी होने तक शवों का दाह संस्कार करने से मना कर दिया था। बताया जा रहा है कि मृतक पप्पू सिंह व्यवहार कुशल व ईमानदार व्यक्ति थे, जिसके चलते ग्रामीण उनके प्रति हमदर्दी रखते थे। यही बात पूर्व प्रधान को खटकती थी। मंगलवार की सुबह चुनावी रंजिश को लेकर अखरी गांव निवासी पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू सिंह ने अपने बेटे पीयूष सिंह और अन्य साथियों के साथ मिलकर उक्त तीनों लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
10 अप्रैल सीएम योगी की ज़िन्दगी का होगा आखिरी दिन ?, एसपी को भेज दी चिट्ठी- दम है तो सीएम को बचा लो !
मृतक अनूप की पत्नी मनीषा सिंह की तहरीर के आधार पर पुलिस ने पूर्व प्रधान मुन्नू सिंह व उसके बेटे पीयूष, भूपेंद्र, सज्जन, विवेक, ज्ञान सिंह उर्फ विपुल समेत 6 के लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद फरार 06 आरोपियों में से पुलिस ने तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। अभी तक पुलिस घटना के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, वहीं दो आरोपितों की तलाश जारी है।