सहारनपुर। भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने शंभू बॉर्डर पंजाब में हजारों किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की मोदी सरकार देश के अन्नदाता किसानों के साथ बड़ा अन्याय कर रही है। देश के अन्नदाता किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिलाने की बजाय किसानों पर आंसू गैस के गोले, पानी की बौछार, लाठी- गोली चला रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की खट्टर सरकार का हरियाणा की सीमा में कीले गाडकर, बैरिकेड लगाकर देश के अन्नदाता किसानों को दिल्ली जाने से रोकना अंग्रेजी राज की याद दिलाता है। देश के किसान अपने हक मांगने के लिए दिल्ली राजधानी जाना चाहता है उसे राज सत्ता में भागीदारी नहीं चाहिए। भगत सिंह वर्मा ने भाजपा की मोदी सरकार को किसान व गरीब विरोधी बताते हुए देश के चंद पूंजीपतियों की सरकार बताया।
उन्होंने कहा कि आज देश का किसान आजाद भारत में सरकार की गलत नीतियों के कारण कर्जबंद होकर आत्महत्या करने को मजबूर है और किसानों की क्रय शक्ति जीरो हो गई है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश के अन्नदाता किसानों की बातचीत सुनकर उनकी सभी समस्याओं को हल करना चाहिए। वर्ष 2013 में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह जी ने जंतर-मंतर पर किसानों के बीच में आकर कहा था कि यदि हमारी सरकार आई तो हम गन्ना किसानों को गन्ने का मूल्य 450 रुपए कुंतल देंगे और किसानों की सभी समस्याएं हल करेंगे। सत्ता के 10 वर्ष बाद भी गन्ने का मूल्य मात्र सरकार ₹370 रुपए कुंतल कर पाई है। जो गन्ने की लागत 525 रुपए कुंतल से भी काफी कम है।
भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा के साथ राष्ट्रीय सलाहकार हाफिज मुर्तजा त्यागी, राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर अशोक मलिक, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित नीरज कपिल, प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक, जिला संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह एडवोकेट सहित दर्जनों किसानों ने शंभू बॉर्डर पहुंचकर संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीति को समर्थन दिया।