चंडीगढ़। हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मंगलवार को कहा कि राज्य की भाजपा-जेजेपी सरकार ने राज्यपाल के अभिभाषण को ‘आधिकारिक झूठ बोलने और औपचारिक गलतफहमियां फैलाने का माध्यम’ बना लिया है।
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्यपाल के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए दावा किया, “हमेशा की तरह इस बार भी संबोधन में सच्चाई, तथ्यात्मकता और वास्तविकता का अभाव था। सरकार ने राज्यपाल की गरिमा को दांव पर लगा दिया और उन्हें एक ऐसा अभिभाषण सौंपा, जो सच्चाई से बहुत दूर है।”
उन्होंने कहा, सरकार ने विकास के बड़े-बड़े दावे किए हैं। लेकिन हरियाणा के लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि किसी विश्वविद्यालय या मेडिकल कॉलेज के निर्माण के बिना या किसी बिजली संयंत्र या आईएमटी की स्थापना के बिना विकास कैसे संभव है।
लोग पूछ रहे हैं कि बिना राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर का संस्थान स्थापित किए, बिना कोई बड़ा उद्योग स्थापित किए, बिना निवेश और बिना रोजगार के राज्य में विकास कैसे हो सकता है।
हुड्डा ने आगे कहा कि ऐसा लगता है कि यह गठबंधन सरकार घोटालों को विकास, रिकॉर्ड तोड़ बेरोजगारी को विकास, अनियंत्रित अपराध को प्रगति, बढ़ती नशाखोरी और महंगाई को उत्थान मान रही है।
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विधानसभा में बजट सत्र के दौरान अपने संबोधन में कहा कि प्रणालीगत सुधारों के जरिए सुशासन के सिद्धांतों के लिए प्रतिबद्ध सरकार ने अब तक प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) पोर्टल के माध्यम से विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत लाभार्थियों को 74,679 करोड़ रुपये जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 को ‘अंत्योदय उत्थान वर्ष’ के रूप में मनाया गया, जो सबसे अधिक हाशिए पर रहने वाले व्यक्तियों के उत्थान के लिए समर्पित है।