लखनऊ। एक बड़े घटनाक्रम में, उत्तर प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने गुरुवार को कहा कि एनकाउंटर कभी भी राज्य सरकार की नीति नहीं रही है।
कुमार ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा, “जब भी अपराधियों का हौसला बढ़ता है और गिरफ्तारी के दौरान या बाद में पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश करते हैं, तो आवश्यक बल प्रयोग करके उन्हें नियंत्रित करना पड़ता है।”
यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि योगी सरकार अपनी एनकाउंटर नीति के लिए जानी जाती है, जिसे आम तौर पर ‘ठोको नीति’ के नाम से जाना जाता है। हाल की कुछ घटनाओं का हवाला देते हुए स्पेशल डीजी ने कहा कि अपराधियों ने बेटियों और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की और जब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया तो उन्होंने भागने और पुलिस के हथियार छीनने की भी कोशिश की। ऐसे मामलों में बल प्रयोग करना पड़ा।
उन्होंने कहा, “महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है और उनके साथ खिलवाड़ करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” कहा कि 2017 से प्रदेश में अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। कहा, “जिन मामलों में पुलिस की ढिलाई पाई गई, उन्हें कार्रवाई का भी सामना करना पड़ा।”
अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अपराध को नियंत्रित करने के लिए निवारक उपाय करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं, जिनमें से एक ‘ऑपरेशन दृष्टि’ भी शामिल है, जिसमें अपराध की रोकथाम के लिए जिलों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।