बुढ़ाना। नगर निकाय चुनाव में पूर्व चेयरमैन लक्ष्मीचन्द त्यागी की पुत्रवधु सपा प्रत्याशी उमा त्यागी ने नजदीकी मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी बाला त्यागी को 441 मतों से हरा दिया।
उमा त्यागी के ससुर लक्ष्मीचंद त्यागी पहली बार वर्ष 1947 में निर्विरोध चेयरमैन बने थे। दूसरी बार फिर वह वर्ष 1971 में चेयरमैन बने थे । 46 वर्ष बाद उनकी पुत्रवधु चेयरपर्सन बनीं है। नगर निकाय चुनाव में कस्बे में वर्ष 1947 में नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर पहला चुनाव हुआ था। इस चुनाव मेंं लक्ष्मीचंद त्यागी निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए थे।
पिछले चुनाव में यहां भाजपा की बाला त्यागी ने जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार सपा की उमा त्यागी ने भाजपा प्रत्याशी बाला त्यागी को पराजित कर उलटफेर कर दिया। बसपा प्रत्याशी शीबा ने मतदान से एक दिन पहले अपना समर्थन गठबंधन प्रत्याशी उमा त्यागी को दे दिया था ।
पिछली चार योजना से भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जितेंद्र त्यागी खुद या उनकी पत्नी बाला त्यागी बुढ़ाना में नगर पंचायत चेयरमैन का चुनाव जीतती रही है। इस बार इस परंपरा को समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद त्यागी ने तोड़ दिया है। प्रमोद त्यागी के भाई सुबोध त्यागी की पत्नी उमा त्यागी इस सीट पर समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार थी, जिन्होंने यह चुनाव जीत लिया है और बुढ़ाना की नई चेयरमैन चुनी गई है।