लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब पांचवी और आठवीं की परीक्षा में बदलाव किए गए है। किए गए बदलावों के मुताबिक बोर्ड के आधार पर पांचवीं और आठवीं की परीक्षाएं करवाई जाएंगी। जानकारी के मुताबिक तिमाही, छमाही और इंटरनल लिखित परिक्षाएं करवाई जाएंगी।
अभी तक कुछ राज्यों में ही 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षाएं होती थी, लेकिन अब उत्तर प्रदेश में बोर्ड के आधार पर पांचवीं और आठवीं की परीक्षाएं करवाई जाएंगी। जानकारी के मुताबिक तिमाही, छमाही और इंटरनल लिखित परिक्षाएं करवाई जाएंगी। शिक्षा विभाग ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी से विस्तृत जवाब मांगा है।
वर्तमान समय में छात्रों को लगता है कि बोर्ड परीक्षाएं केवल और केवल 10वीं और 12वीं की ही होती है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। फिलहाल मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट् सहित कुछ राज्यों में पांचवीं और आठवीं के लिए बोर्ड परीक्षाएं करवाई जाती हैं। पहले उत्तर प्रदेश में भी बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाती थी, लेकिन अब एक बार फिर उत्तर प्रदेश में 10वीं और 12वीं के आधार पर पाचवीं और आठवीं की परीक्षाएं करवाई जाएंगी। पांचवीं और आठवीं की बोर्ड परीक्षाएं करवाने के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी से विस्तृत प्रस्ताव मांगा गया है।
उत्तर प्रदेश में अभी 10वीं और 12 वीं का बोर्ड के द्वारा परीक्षा टाइम टेबल जारी किया है। वहीं पांचवी और आठवीं का परीक्षा टाइम टेबल स्कूलों के द्वारा जारी किया जाता है। लेकिन यूपी बोर्ड के आधार पर जब पांचवीं और आठवीं की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी तब ऐसा बिल्कुल नही होगा। स्कूलों की मनमर्जी खत्म हो जाएगी। बोर्ड के द्वारा पांचवी और आठवीं का परीक्षा टाइम टेबल जारी किया जाएगा।
यूपी बोर्ड में 2010 तक प्राइवेट और सरकारी सभी स्कूलों में इन हाउस बोर्ड परीक्षा संचालित की जा रही थी। सभी स्कूल अपनी स्कूली अर्द्ध वार्षिक और वार्षिक परीक्षाएं समाप्त करने के बाद पांचवी और आठवीं की बोर्ड परीक्षा कराते थे। नियमत: ऐसा कहना था कि इन परीक्षाओं को पास करना आवश्यक होता था। इनमें यूपी बोर्ड द्वारा ही प्रश्न पत्र तैयार होकर आते थे। प्रैक्टिकल के साथ सभी विषयवार परीक्षाएं सम्पन्न कराई जाती थी।