सूरत। गुजरात एटीएस की एक टीम ने गुरुवार को पलसाना में एक फैक्ट्री पर छापेमारी कर भारी मात्रा में ड्रग्स और नशीले पदार्थ बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल बरामद किया है जिनकी कीमत लगभग 51 करोड़ रुपये है। दरअसल, एटीएस की टीम को पलसाना के कारेली में स्थित फैक्ट्री में ड्रग्स की सूचना मिली थी। एटीएस को पता चला था कि ड्रग्स का गोरखधंधा रिहायशी इलाकों के बीच एक फैक्ट्री में चल रहा है। गुप्त सूचना के आधार पर गुजरात एटीएस ने कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री पर छापा मारा और भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद किया। इसके अलावा मौके से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गुजरात एटीएस के डिप्टी एसपी एस.एल. चौधरी ने बताया, “गुजरात एटीएस के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि फैक्ट्री में ड्रग्स बनाई जा रही है। दो इंस्पेक्टरों के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई, जिसमें तीन-तीन सब इंस्पेक्टर थे। टीम ने फैक्ट्री पर छापा मारा। मौके से चार किलोग्राम हार्ड फॉर्म और 31 किलोग्राम लिक्विड फॉर्म में ड्रग्स बरामद किया गया है। कुल तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि चौथे आरोपी की गिरफ्तार के लिए टीम मुंबई भेजी गई है।” उन्होंने कहा कि ड्रग्स की कुल कीमत 51 करोड़ रुपये है। फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। यह फैक्ट्री रिहायशी इलाके से थोड़ी दूरी पर स्थित एक पुराने शेड में डेढ़ महीने से चल रही थी।
एस.एल. चौधरी के अनुसार, “इसका मास्टरमाइंड सुनील राजनारायण यादव है, जो वापी का रहने वाला है। उसी ने फैक्ट्री में ड्रग्स बनाने का विचार दिया था। उसका साथ विजय गजेरा और हरीश कोराट देता था। आरोपी सुनील माल तैयार होने के बाद उसे बेचने का काम करता था।” इससे पहले बीते पांच जुलाई को गुजरात एटीएस ने अंतर्राष्ट्रीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया था। एटीएस ने अफगानिस्तान के एक नागरिक को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। उसके पास से 460 ग्राम अवैध हेरोइन भी बरामद की गई थी।