नई दिल्ली। रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप तैयार हो चुका है और इसका ट्रायल जल्द ही शुरू किया जाएगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि इन ट्रेनों का परिचालन परीक्षणों के सफल समापन के बाद शुरू होगा।
कादिर राणा के बेटे को कोर्ट ने भेजा जेल, राणा स्टील पर 22 करोड़ की टैक्स चोरी का लगा आरोप
रेल मंत्री ने बताया कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें लंबी और मध्यम दूरी की यात्राओं के लिए डिज़ाइन की गई हैं। ये ट्रेनें आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से सुसज्जित हैं, जिनमें शामिल हैं। कवच तकनीक: सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कवच प्रणाली। EN-45545 HL3 अग्नि सुरक्षा मानक: आग से सुरक्षा के उच्चतम मानक। क्रैशवर्थी और जर्क-फ्री सेमी-स्थायी कप्लर्स और एंटी-क्लाइंबर्स: यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बनाने के लिए। आपातकालीन टॉक-बैक इकाई: यात्रियों और लोको पायलट के बीच संचार की सुविधा। सीसीटीवी कैमरे: सभी कोचों में निगरानी के लिए। एर्गोनॉमिक डिज़ाइन की सीढ़ियां: ऊपरी बर्थ पर चढ़ने में आसानी के लिए। आधुनिक टॉयलेट: स्वच्छता और सुविधा के लिए।
सीरिया में युद्ध के हालात बिगड़े, भारत सरकार ने भारतीयों से तुरंत सीरिया छोड़ने को कहा !
रेल मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि वर्तमान में भारतीय रेलवे नेटवर्क पर चेयर कार कोच वाली 136 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं चल रही हैं। इनमें से 16 ट्रेनें तमिलनाडु में सेवाएं दे रही हैं। सबसे लंबी दूरी की वंदे भारत सेवा दिल्ली और बनारस के बीच संचालित हो रही है, जो 771 किमी की दूरी तय करती है।