वाराणसी । बिहार के कैबिनेट मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के पुत्र तेज प्रताप यादव के साथ वाराणसी के एक होटल में बदसलूकी का मामला प्रकाश में आया है। तेज प्रताप यादव के निजी सहायक ने इस मामले में शनिवार को सिगरा थाने में तहरीर दी है। तहरीर मिलते ही पुलिस अफसरों ने होटल प्रबधंन से पूछताछ की। मामला सोशल मीडिया में भी गरमाया हुआ है।
शुक्रवार को तेज प्रताप यादव श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के लिए शहर में आये थे। तेज प्रताप अपने सहयोगियों के साथ देर रात तक गंगाघाटों की छटा निहारने के बाद सिगरा थाना क्षेत्र स्थित अरकडिया होटल में विश्राम के लिए पहुंचे।
आरोप है कि मंत्री जब होटल के रिसेप्शन पर पहुंचे तो उनका और सहयोगियों का सामान बाहर रखा मिला। यह देख तेज प्रताप यादव ने आपत्ति जताते हुए होटल कर्मियों से पूछताछ की। इसके बाद मंत्री के निजी सहायक ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। मंत्री तेज प्रताप सुरक्षाकर्मी के साथ वहां से कार से रवाना हो गये। सिगरा पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
तेज प्रताप यादव के सहयोगियों के अनुसार होटल में दो कमरे ऑनलाइन बुक थे। शुक्रवार को होटल में कमरा नंबर 205 और 206 में मंत्री तेज प्रताप और उनके सहयोगियों का सामान रखा गया था। कमरा नंबर 206 में मंत्री तेजप्रताप यादव रुके हुए थे। जबकि 205 में निजी सहायक एवं सुरक्षाकर्मी रुके हुए थे। शुक्रवार रात में गंगा में नौकायन के बाद मंत्री एवं अन्य सभी जब होटल पहुंचे तो दोनों कमरे का सामान रिसेप्शन पर रखा हुआ था।
निजी सहायक का आरोप है कि मंत्री तेज प्रताप यादव की गैर मौजूदगी में उनके कमरे को खोलना उनकी सुरक्षा के लिहाज से ठीक नही है। निजी सहायक ने सिगरा थाने में तहरीर देकर होटल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसलिए होटल के महाप्रबंधक और अन्य स्टाफ पर कार्रवाई की जाए।
वहीं, होटल कर्मियों का कहना था कि कमरा एक दिन के लिए ही लिया गया था। बुकिंग का समय बीतने के बाद भी कमरे को खाली नहीं किया गया था। दूसरे व्यक्ति के नाम पर कमरे को बुक किया गया था। होटल प्रबंधन को नहीं मालूम था कि कमरे में बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव ठहरे हैं।
इस संबंध में सिगरा पुलिस ने बताया कि तहरीर के आधार पर जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।