नोएडा । तीन वर्षीय बेटे के साथ करीब 40 दिन से लापता हुई महिला को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम ने रविवार को परिवार से मिलावा दिया। पत्नी और बेटे को जिंदा देख पति की आंखों से आंसू आ गए। महिला के पति और भाई ने कमिश्नरेट पुलिस की प्रशंसा की। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने पुलिस की मानवीय पहल हो सराहा है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इकोटेक थर्ड पुलिस को बीते 22 फरवरी को एक 28 वर्षीय महिला तीन वर्षीय बेटे के साथ लावारिस अवस्था में घूमते हुए मिली। महिला की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। ऐसे में महिला और उसके बेटे को पुलिस ने सेक्टर-34 स्थित अपना घर आश्रम में दाखिल करा दिया। यहां मां और बेटे के रहने की पूरी व्यवस्था की गई। महिला की पुलिस बीते पांच सप्ताह से काउंसलिंग कर रही थी।
रविवार को काउंसलिंग के दौरान महिला को अपने भाई का मोबाइल नंबर याद आ गया। एएचटीयू की टीम ने जब महिला के भाई के नंबर पर कॉल की तो उसने बताया कि उसकी बहन अपने बेटे के साथ 40 दिन पहले लापता हो गई। महिला मूलरूप से बिहार की रहने वाली है और वर्तमान में अपने बेटे और पति के साथ गाजियाबाद के खोड़ा में रहती थी। 22 फरवरी को वह खोड़ा स्थित किराये के कमरे से कुछ सामान लेने के लिए बेटे के साथ निकली और रास्ता भटककर इकोटेक -3 थानाक्षेत्र में पहुंच गई।
इधर महिला का पति और भाई उसे बिहार समेत अन्य जगहों पर तलाश रहा था। बेटे और पत्नी के वापस मिलने पर पति के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। महिला के परिजनों ने पुलिस का आभार प्रकट किया। एडिशनल डीसीपी महिला सुरक्षा प्रीति यादव की मौजूदगी में महिला और उसके बेटे को उसके भाई और पति के सुपुर्द किया गया।