नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश की मंडी से पार्टी सांसद कंगना रनौत के किसान आंदोलन पर दिए विवादित बयान से बीजेपी ने किनारा कर लिया है। पार्टी ने बयान जारी कर उन्हें कड़ी फटकार लगाई है। कंगना ने हाल में कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और वहां बलात्कार और हत्याएं हो रही थीं।
बॉलीवुड अभिनेत्री के बयान को लेकर उठे विवाद के बाद सोमवार को बीजेपी ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि पार्टी कंगना रनौत के बयान से “असहमति व्यक्त करती है”। पार्टी ने नीतिगत विषयों पर उन्हें बोलने की अनुमति नहीं दी है और न ही वह इसके लिए अधिकृत हैं। बीजेपी ने इसके साथ ही कंगना रनौत को कड़ी चेतावनी देते हुए भविष्य में इस तरह का कोई भी बयान न देने की नसीहत भी दी।
आपको बता दें कि बीजेपी के केंद्रीय मीडिया विभाग ने कंगना रनौत के विवादास्पद बयान पर पार्टी का आधिकारिक स्टैंड जारी करते हुए आगे कहा कि पार्टी की ओर से “सुश्री कंगना रनौत को निर्देशित किया गया है कि वह इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें। भारतीय जनता पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्प है।”
अभिनेत्री और मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने हाल में एक अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और वहां बलात्कार तथा हत्याएं हो रही थीं। कंगना ने यह भी कहा था कि तीन विवादास्पद कृषि विधेयकों को वापस ले लिया गया, नहीं तो ‘इन उपद्रवियों’ की बहुत लंबी योजना थी और वे देश में कुछ भी कर सकते थे। कंगना ने इस साक्षात्कार में यह भी कहा था कि अगर बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता, तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता।