मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि, “भारतीय जनता पार्टी ने सत्तारूढ़ सहयोगी शिवसेना के सीएम एकनाथ शिंदे को कथित तौर पर धमकी दी थी कि अगर उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से अलग हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार को वित्त एवं योजना विभाग देने से इनकार किया तो उनका पद छीन लिया जाएगा।”
संजय राउत ने पत्रकारों से कहा कि शिंदे समूह के विधायकों ने 2 जुलाई को आठ अन्य कैबिनेट मंत्रियों के साथ अजित पवार के नेतृत्व वाले राकांपा गुट को सरकार में शामिल करने का कड़ा विरोध किया था। बाद में शिवसेना का एक प्रतिनिधिमंडल भाजपा के शीर्ष नेताओं से मिलने और अजित पवार पर अपनी आपत्तियां व्यक्त करने के लिए नई दिल्ली गया था।
राउत ने कहा कि भाजपा नेता मानने के मूड में नहीं थे। उन्होंने शिंदे से दृढ़तापूर्वक कहा कि यदि वह अजित पवार को वित्त और योजना विभाग नहीं देना चाहते हैं, तो शिवसेना इसे संभाल सकती है और इसके बजाय राकांपा नेता को नया सीएम बना सकती है, इसके बाद शिंदे समूह ने कदम पीछे खींच लिए थे।
राउत ने आगे कहा कि उन्हें यह जानकारी केंद्र में बहुत विश्वसनीय हलकों से मिली है। लेकिन, जिस तरह से शिंदे शिव सेना के नेता अजित पवार को नए वित्त मंत्री के रूप में नियुक्त करने पर खुशी मना रहे हैं और ताली बजा रहे हैं, वह महज उनकी मजबूरी है।
जब नासिक में राउत की दलीलों पर सवाल किया गया, तो अजित पवार ने हंसते हुए कहा, ”सभी आधारहीन अफवाहें हैं, जो सरकार में गलतफहमी पैदा करने के लिए फैलाई जा रही हैं और इन पर भरोसा नहीं करना चाहिए।”