शामली। कैराना लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर चल रही उठा-पटक के बाद भाजपा एमएलसी वीरेंद्र सिंह ने महापंचायत कर अपनी ताकत का एहसास कराया। जिसमें उन्होंने बड़ी संख्या में समर्थकों को एकत्र किया और कहा कि सभी आने वाले 2027 के चुनाव की तैयारी में लग जाए। दरअसल वीरेंद्र सिंह ने भीड़ पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी, भाजपा नेता अनिल चौहान व आरएलडी विधायक प्रसन्न चौधरी को ताकत दिखाने के लिए की थी।
दरअसल शामली जिला पंचायत अध्यक्ष मधु गुर्जर चौधरी वीरेंद्र सिंह के खेमे से बनी थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में हुई भाजपा की हार के बाद मधु गुर्जर ने खेमा बदलते हुए पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी, भाजपा नेता अनिल चौहान व आरएलडी विधायक प्रसन्न चौधरी के खेमे में चली गईं। जिससे वीरेंद्र सिंह खुद को जनपद की राजनीति में असहज महसूस रहे थे और अपनी ताकत दिखाने के लिए आज उन्होंने इस महापंचायत को कराया।
दरअसल आपको बता दें कि शामली जनपद में भाजपा एमएलसी वीरेंद्र सिंह व उनके बेटे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान ने सर्व समाज की एक महापंचायत का आयोजन किया। यह महापंचायत शामली जनपद के कांधला ब्लॉक के गांव डुन्डुखेड़ा में आयोजित की गई। इस महापंचायत में उन्होंने भीड़ एकत्र कर अपनी ताकत का एहसास कराया।
जनपद शामली में जिला पंचायत अध्यक्ष मधु गुर्जर को लेकर कई धड़े बन चुके हैं. कैराना लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रदीप चौधरी की हार के बाद उनका खेमा भाजपा एमएलसी वीरेंद्र सिंह व उनके बेटे पर चुनाव हरवाने का लगातार आरोप लगा रहा है। इसी आरोप प्रत्यारोप के बीच चौधरी वीरेंद्र सिंह के खेमे की जिला पंचायत अध्यक्ष मधु गुर्जर ने पाला बदलते हुए पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी, भाजपा नेता अनिल चौहान व आरएलडी विधायक प्रसन्न चौधरी के खेमे में शामिल हो गई। जिसके बाद से जनपद की राजनीति में चौधरी वीरेंद्र सिंह खुद को ठगा सा महसूस करने लगे थे।
लगातार जिले में चल रही राजनीतिक हल्को के बीच वीरेंद्र सिंह ने 19 जिला पंचायत सदस्यों में से 12 जिला पंचायत सदस्यों को एकत्र कर महापंचायत का ऐलान किया।
इस महापंचायत की तैयारी चौधरी वीरेंद्र सिंह के बेटे भाजपा नेता व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान को सौंपी गई। मंगलवार को गांव डून्डूखेड़ा में हुई महापंचायत में भाजपा एमएलसी वीरेंद्र सिंह, मनीष चौहान व पूर्व सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृंगाका सिंह पहुंची और भीड़ के सामने जनपद की राजनीति में चल रही पूरी कहानी को बयां किया। सभी ने मधु गुर्जर पर धोखा देने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने अपने दम पर मधु गुर्जर को जिला पंचायत सदस्य बनवाया और उसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाया। आज कुछ लोग मिलकर जो एक खेल-खेल रहे हैं, यह है राजनीतिक रूप से सही नहीं है और राजनीति में सब का हिसाब होता है, जो समय पर ब्याज सहित लौटा दिया जाएगा।
भाजपा एमएलसी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में 2027 का चुनाव है और कार्यकर्ताओं में राजनीतिक जागृति के लिए इस पंचायत का आयोजन किया गया है। जिसमें वर्कर एकत्रित हुए हैं, साथ ही गन्ना समितियां के बीच चुनाव आए हैं, सब कार्यकर्ता मिलकर चुनाव लड़ेंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष मधु गुर्जर के पाला बदलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अध्यक्ष को कुछ लोगों ने गुमराह कर उससे धोखा दिलवाया है, विश्वास घात किया है, उन्होंने सामान्य सीट पर उसको चुनाव लड़वाकर जितवाया, यह राजनीतिक धोखा है। लेकिन जनपद के विकास कार्यों का पहिया रुकने नहीं दिया जाएगा, बहुमत हमारे साथ हैं। 19 में से 12 सदस्य उनके साथ है, जनपद में लगातार विकास कार्य होते रहेंगे। पंचायत स्वाभिमान की रक्षा के लिए थी, इस पंचायत में लोगों का प्यार मिला है, इतनी बड़ी संख्या में आए लोगों का वह धन्यवाद करते हैं।