नई दिल्ली। भाजपा सांसद बृजलाल ने नागपुर हिंसा पर कहा है कि यह बहुत गंभीर घटना है। यह पहले से ही योजनाबद्ध थी और पुलिसकर्मियों पर संगठित तरीके से हमला किया गया। यहां तक कि महिला पुलिस अधिकारियों को भी नहीं बख्शा गया। आगजनी किया गया। वीडियो फुटेज भी सामने आई है। दंगाइयों द्वारा पत्थर फेंके गए, वाहनों को आग के हवाले किया गया। मैं समझता हूं कि भारतीय न्याय संहिता के तहत दंगाइयों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इन्हें आजीवन कारावास की सजा मिलनी चाहिए।
बताते चले कि नागपुर हिंसा मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया है कि जांच जारी है। शहर में शांति बनी हुई है। विधानसभा में उन्होंने कहा कि नागपुर में 1992 के बाद से कभी दंगे नहीं हुए और यह घटना जानबूझकर भड़काई गईं। इस हिंसा में जो भी लोग शामिल हैं, उन्हें कब्र से निकालकर सजा दिलाने का काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर अफवाह फैलाई गई। जबकि ऐसा कुछ नहीं था। कोई ऐसी चादर नहीं जलाई गई, जिस पर आयत लिखी थी। जानबूझकर यह अफवाह फैलाई गई कि आयत जलाई गई है। यह पूरी तरह से अफवाह थी। फडणवीस ने यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले में उनके और पुलिस कमिश्नर के बयान में कोई अंतर नहीं है।
उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर ने कहा कि हम अभी जांच कर रहे हैं और अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं। इसलिए मेरे और सीपी के बयान में कोई अंतर नहीं है। जिसने हमला किया है उन्हें हम कब्र में से भी खोदकर बाहर निकालेंगे। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कई चुनौतियां हैं, और हम उनका सामना करने में सक्षम होंगे। सीएम फडणवीस ने आगे कहा कि नागपुर शांत है और यह हमेशा शांत रहता है। अन्य मामलों में तो माफी मिल जाएगी, लेकिन पुलिस पर हमले के लिए कोई माफी नहीं होगी। ज्ञात हो कि नागपुर में सोमवार को हिंसा हुई, जिसमें कई पुलिस अधिकारी समेत अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। हिंसा के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। इसके साथ ही कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।