लखनऊ। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव अमीरों और गरीबाें के बीच हक और हुकूक की लड़ाई है जिसमें इंडिया गठबंधन पूरी तरह देश की गरीब जनता के साथ है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है तो गरीबों को 10 किलो राशन मुफ्त देंगे।
अभी 5 किलो अनाज मुफ्त मिलता है।
खड़गे ने यहां एक होटल में समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आजादी के बाद से यह पहला लोकसभा चुनाव है जो हर लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। सभी जानते हैं कि यह दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई है। इसके एक तरफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) है जो चंद पूंजीपतियों के हक में खड़ी है और इसके लिये संविधान भी बदलने को तैयार है जबकि दूसरी ओर 26 राजनीतिक दलों का गठबंधन है जो गरीब,आदिवासी,बेरोजगार और महिलाओं के हक और हुकूक की लड़ाई लड़ रहा है।
उन्होने कहा कि चुनाव के पहले चार चरणों में इंडिया गठबंधन भाजपा और उसके सहयोगी दलों से काफी आगे चल रहा है और चार जून को नतीजे चौंकाने वाले होंगे जब भाजपा का सफाया होगा और देश में गठबंधन की सरकार बनेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने तंज कसा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गांधी परिवार को दिन में जितनी बार कोसते हैं, उतनी बार यदि वे भगवान राम का नाम ले लें तो बेड़ा पार हो जाये।
भाजपा की मुफ्त राशन योजना के बारे में उन्होने कहा कि भाजपा तो सिर्फ पांच किलो मुफ्त राशन की बात करती है जबकि उसे याद रखना चाहिये कि खाद्य सुरक्षा योजना कांग्रेस की देन है और अगर उनकी सरकार केंद्र की सत्ता में आती है तो वादा करते हैं कि हर गरीब परिवार को दस किलो राशन मुफ्त दिया जायेगा।
खड़गे ने कहा कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने भेल,एचएएल, गेल और न जाने कितने उपक्रम खड़े किये जिनमें लाखों लोगों को रोजगार मिला वहीं भाजपा इन उपक्रमों को निजी हाथों में बेचना चाहती है। लाखों सरकारी पद रिक्त होने के बावजूद नौकरी के लिये युवा मारे मारे फिर रहे हैं।
उन्होने कहा कि गठबंधन की सरकार आने पर जातीय जनगणना करायी जायेगी, इसका यह अर्थ कतई नहीं है कि सामाजिक विषमता बढ़े बल्कि जनगणना से यह पता लगेगा कि कौन से वर्ग की आर्थिक हालत क्या है,उसकी शिक्षा का क्या स्तर है,उसे जरुरी स्वास्थ्य सेवा मिल रही है। इससे नयी नीति बनाने में मदद मिलेगी।
खड़गे ने कहा कि युवा वर्ग भाजपा से खासा नाराज है वहीं महिलायें किसान और गरीब महंगाई की मार से आहत हैं और यहीं भाजपा गठबंधन की हार का कारक बनेगा। उन्हाेने कहा कि कांग्रेस अपने मेनीफेस्टो में उल्लेखित पांच न्याय और 25 गारंटियों के प्रति कटिबद्ध है।
खड़गे ने कहा कि यह चुनाव विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ वो लोग हैं जो कुछ अमीरों के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं और दूसरी तरह गरीबों और युवाओं के लिए लोग लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये लड़ाई आरक्षण और संविधान बचाने की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि अब तक चार चरणों के चुनाव हो चुके हैं। इंडिया गठबंधन काफी आगे है। जनता ने नरेंद्र मोदी की विदाई तय कर दी है।
उन्होंने कहा कि सरकारी संस्थानों में पद खाली हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनको भरने के लिए राजी नहीं। हमारी सरकार बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ लड़ रही है। हम लोग अमीर और गरीब के अंतर को मिटाने के लिए लड़ रहे हैं। ये देश का भविष्य बनाने वाला चुनाव है। हमारी आगे की पीढ़ी को बचाने की लड़ाई है। आरक्षण लेने वाले थोड़े लोग हो सकते हैं, लेकिन देश के संविधान को बचाने के लिए हम सबको लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि तानाशाही में लोगों के वोट का अधिकार भी सुरक्षित नहीं रहेगा। भाजपा लोगों को डराकर नामांकन दाखिल नहीं करने दे रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम सत्ता में आने पर जातीय जनगणना करवाएंगे। इससे लोगों की सामाजिक, आर्थिक स्थिति का अंदाजा लग सके। ये हम देश को कमजोर करने के लिए नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी हमारे घोषणा पत्र के बारे में झूठ फैला रहे हैं।