अंबेडकरनगर। अंबेडकरनगर के कटेहरी उपचुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी धर्मराज निषाद ने लगभग 30,000 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। यह जीत बीजेपी के लिए ऐतिहासिक मानी जा रही है, क्योंकि विधानसभा के सामान्य चुनाव और हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सपा को इस सीट पर क्रमशः 17,000 और अधिकतम 17,000 वोटों की बढ़त प्राप्त हुई थी। अब बीजेपी ने न केवल इन बढ़तों को पार किया, बल्कि एक नया राजनीतिक समीकरण भी स्थापित किया है।
वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में कटेहरी से सपा के टिकट पर लालजी वर्मा विजयी हुए थे, लेकिन बाद में वे सपा से अंबेडकरनगर के सांसद चुने गए, जिसके कारण इस सीट पर उपचुनाव हुआ। उपचुनाव में बीजेपी ने धमाकेदार जीत दर्ज की है। विधानसभा चुनाव में सपा को साढ़े सात हजार वोटों के अंतर से जीत मिली थी, जबकि लोकसभा चुनाव में सपा की बढ़त 17,000 वोटों से अधिक थी। लेकिन इस उपचुनाव में बीजेपी ने इन दोनों चुनावों के अंतर को भी पार कर लिया।
इस जीत के पीछे कई नए समीकरण हैं। ब्राह्मण और क्षत्रिय मतदाता लंबे समय बाद एक मंच पर आकर बीजेपी के समर्थन में वोट देने के लिए तैयार हुए। इसके अलावा, अति पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं का एकजुट समर्थन बीजेपी को मिला, जो धर्मराज निषाद से जुड़े थे। यह सब मिलाकर बीजेपी के लिए एक ऐतिहासिक जीत साबित हुआ।
बीजेपी की इस जीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ताबड़तोड़ दौरों को भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने पांच दौरे किए, जिनमें उन्होंने एक तरफ विकास की नई उम्मीद लोगों में जगाई, वहीं दूसरी तरफ कार्यकर्ताओं और नेताओं को कड़ी मेहनत करने के लिए टास्क भी सौंपे। मुख्यमंत्री के इन प्रयासों ने बीजेपी को कटेहरी में एक मजबूत जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बीजेपी के प्रत्याशी धर्मराज निषाद ने सपा की शोभावती वर्मा को शानदार जीत दर्ज करते हुए 33,852 वोटों से हराया। यह जीत बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि चुनाव में धर्मराज निषाद ने बड़ी बढ़त बनाते हुए सपा को पीछे छोड़ दिया।
वोटों की गिनती के दौरान, शुरू में बीजेपी प्रत्याशी धर्मराज निषाद 1,154 वोटों से आगे चल रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे गिनती आगे बढ़ी, सपा की शोभावती वर्मा ने कुछ समय के लिए 1,500 से ज्यादा वोटों की बढ़त बनाई। हालांकि, 16वें राउंड के बाद बीजेपी के धर्मराज निषाद ने 5,226 वोटों की बढ़त बना ली, और बाद में उनका अंतर बढ़ते हुए 25,000 वोटों तक पहुंच गया।
कटेहरी उपचुनाव के नतीजे में धर्मराज निषाद को 33,852 वोटों से जीत मिली, जबकि शोभावती वर्मा को हार का सामना करना पड़ा। यह नतीजा बीजेपी के लिए बड़ी सफलता साबित हुआ, और यह स्पष्ट हो गया कि पार्टी ने चुनावी रणनीतियों में सही दिशा में काम किया है।
बीजेपी की इस जीत ने कटेहरी में पार्टी के प्रभाव को और मजबूत किया है। साथ ही, यह जीत बीजेपी के लिए एक बड़ी राजनीतिक सफलता है, जो आगामी चुनावों में भी पार्टी को मजबूती दे सकती है। धर्मराज निषाद की यह जीत उनके लिए व्यक्तिगत भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनके नेतृत्व और पार्टी की नीतियों की सफलता को दर्शाता है।