मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक द्वारा ग्राम लिसाढ़ में किसान पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद के पदाधिकारी शामिल हुए। पंचायत में संगठन सहित मुख्य चर्चा पंजाब के आंदोलन पर की गई्र चर्चा में सभी वक्ताओं ने अपने विचार दिए। सभी ने कहा कि किसान के सवाल पर एकमत है, लेकिन किसानों को हिंसा का रास्ता नहीं अपनाना चाहिए। हर समस्या का हल वार्ता से ही संभव है।
सरकार किसानों से बातचीत कर रही है, हम उम्मीद करते है कि सरकार खुले दिल से किसानों की बात स्वीकार कर इसका हल करें। बाबा राजेंद्र सिंह मलिक ने कहा कि हाल में हमारा संगठन के लोग केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा से मिले थे। उन्हें एक ज्ञापन दिया गया था। 2० फरवरी को जिला मुख्यालय पर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा। धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि हमारा संगठन राष्ट्रीय स्तर पर सिफा में शामिल है। यह देश के विभिन्न संगठनों का समूह है। आंदोलन में वर्तमान में संयुक्त किसान मोर्चा अराजनैतिक शामिल है।
अभी उनके द्वारा सहयोग की अपील नहीं की गई है, लेकिन हमारा संगठन किसानों के साथ है। हम भी आंदोलन करते है, हर संगठन की अपनी रणनीति है। मांगेराम त्यागी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने कहा कि सरकार कल की वार्ता में किसानो का सार्थक हल निकालने का प्रयास करें। सरकार जो भाव तय फसलों की खरीद उसी भाव पर होनी चाहिए। पंचायत का संचालन चौधरी उधम सिंह एवं अध्यक्षता जगपाल सिंह गुर्जर ने की। पंचायत में सभी कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय नेतृत्व में विश्वास जताते हुए हर फैसले का समर्थन करने का आश्वासन दिया।
पंचायत में जगपाल सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष, राजवीर सिंह संस्थापक सदस्य/प्रदेश उपाध्यक्ष सहारनपुर मंडल अध्यक्ष नीरज पहलवान, मेरठ मंडल अध्यक्ष विनोद जटौली, नीटू दुल्हेरा, प्रभारी पश्चिमी उत्तर प्रदेश नरेश स्वामी जिलाध्यक्ष सहारनपुर, नबाब अहलावत जिलाध्यक्ष मेरठ, आकाश सिरोही युवा जिलाध्यक्ष मेरठ, अंकित चौधरी जिलाध्यक्ष मुजफ्फरनगर, दुष्यंत मलिक जिलाध्यक्ष शामली, मनोज तेवतिया, जिलाध्यक्ष गाजियाबाद मनोज त्यागी युवा जिलाध्यक्ष गाजियाबाद, पिंकी खालौर जिलाध्यक्ष बुलंशहर, सुधीर पंवार, प्रवीण, पिंटू ठाकुर, मेहराज मलिक प्रभारी युवा पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बबलू जतौली, नरेशपाल जिलाध्यक्ष बागपत नौशाद मलिक, राशिद मंत्री, प्रदीप सिंह, राज सिंह, सत्यपाल शास्त्री, चंद्रपाल सिंह, मोहन सिंह वेदप्रकाश मलिक, फेरू प्रधान सहित हजारों किसान शामिल हुए।