मेरठ। गन्ना समिति चुनाव धांधली प्रकरण में किसानों और भाकियू का धरना आज भी जारी रहा। जल्द निर्णय न होने पर भाकियू ने अब एक दिन के लिए टोल फ्री की करने की रणनीति बनाई है। आज किसान धरने में पूरे जोश के साथ देखे गये। बाबा दलबीर की बात करें तो वह अपनी चिता पर लेटे हुए खाना पीना और हुक्का गुड़गुड़ाते हुए किसान अन्याय के विरोध में न्याय की मांग को लेकर जिलाधिकारी से न्याय मांग रहे हैं। इस दौरान धरना स्थल पर भंडारा जारी है। चुनाव में धांधली का मुद्दा भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने कल जिला कार्यसमिति की बैठक बुलाई है।
इस बारे में और जानकारी देते हुए जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने बताया कि चुनाव में आज एक और धांधली प्रकरण सामने आया है, जिसमे सीधे सीधे चुनाव अधिकारी की गड़बड़ी सामने आई है। भाकियू जिलाध्यक्ष के अनुसार 27 तारीख में वैध प्रत्याशी की सूची चुनाव अधिकारी द्वारा समिति में लगाई गई। जिसमे सीमा और जगशोरन शर्मा नाम के प्रत्याशी अपने अपने ग्राम में अपनी सीट पर इकलौते प्रत्यासी के रूप में चुने गए और ये निर्विरोध चुने गए। इनमे एक प्रत्याशी के सामने नामांकन निरस्त हुआ था। एक को ग्रामवासियों ने निर्विरोध चुनना तय किया था । परंतु कल जो सूची वैध डेलीगेट की चस्पा की गई उसमे इन दोनो का नाम नहीं आया।
उन्होंने चुनाव अधिकारी से इस संबंध में वार्ता की तो उन्होंने जगरोशन शर्मा पर 40 रुपए कर्ज होना बताया। जबकि जगरोशन शर्मा ने अपने डेलीगेट नामांकन में नो ड्यूज प्रमाण दे रखा है और सीमा को बताया की आपने अपना नामांकन वापिस ले लिया है जबकि सीमा का कहना है कि मैंने ऐसा नहीं किया है। भाकियू नेता अनुराग चौधरी का कहना है की जब एक सदस्य डेलीगेट चुन लिया गया तो अब कौन से नियम और तरीके से उनकी उम्मीदवारी निरस्त कर दी है। उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत भी जिलाधिकारी और चुनाव आयोग से कर दी गई है। सीमा वाले प्रकरण में संगठन और किसानों ने सीमा के साथ हुए अन्याय की भी जांच की मांग कर कार्रवाई की मांग की।