कानपुर। रावतपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक महिला की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि भाव्या मेडिकल सेंटर के झोलाछाप डाॅक्टर ज्ञानेश प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा लगाये गये गलत इंजेक्शन से मरीज की मौत हुई है। हंगामा भी काटा गया। आरोपित डाॅक्टर मौके से फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आरोपित ज्ञानेश प्रकाश झोलाछाप डाॅक्टर है कि नहीं इसकी पुष्टि स्वास्थ्य विभाग करेगा, लेकिन भाव्या मेडिकल सेंटर पर कहीं भी न तो डाॅक्टर का नाम लिखा है और न ही उसकी डिग्री।
रावतपुर थाना क्षेत्र के आनंद नगर भट्टा निवासी अजय राजपूत ने बताया कि मां कलावती (54) को दो दिनों से बुखार आ रहा था। मंगलवार को मां कलावती पैदल चलकर उसके साथ आनंद नगर चौरसिया मार्केट स्थित भाव्या मेडिकल सेंटर में दवा लेने आई थीं। डॉक्टर ज्ञान प्रकाश ने चेकअप के बाद नर्स से इंजेक्शन लगाने को कहा। इंजेक्शन लगाते ही मां कलावती के नाक और मुंह से खून आने लगा जो लगातार आता रहा। मां की हालत बिगड़ते देख डॉक्टर ने मां को बाहर निकाल दिया और मौके से फरार हो गया। कुछ देर बाद मां ने हिलना डुलना बंद कर दिया। जिसके बाद वह मां को सरकारी अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने मां कलावती को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए बताया कि मां को गलत इंजेक्शन लगाया है, जिससे उनकी तड़प-तड़प कर मौत हो गई है। परिजनों के बढ़ते हंगामा की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने मामले को किसी तरह से शांत कराया और विधिक कार्रवाई में जुट गई। थानाध्यक्ष विनय ओझा ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और स्वास्थ्य विभाग को भी अवगत करा दिया गया है।
तीन दुकान पर बना रखा है अस्पताल
झोलाछाप डॉक्टर ने चौरसिया मार्केट में तीन दुकानों में अस्पताल बना रखा है एक में अपना चेंबर तो दो दुकानों में मरीजों को भर्ती कर इलाज के लिए तीन बेड डाल रखे हैं। स्वाथ्य विभाग की आंख में धूल झोंक अस्पताल चला रहे डॉक्टर ने महिला की जान ले ली वहीं मोहल्ले के लोगों ने बताया पहले भी डॉक्टर ने कई लोगों का गलत इलाज किया था जिससे उनकी जान पर बन आई थी।