पटना। बिहार में पुल गिरने का सिलसिला जारी है। शनिवार को भागलपुर में निर्माणाधीन अगुवानी पुल का स्ट्रक्चर फिर गिरकर गंगा नदी में समा गया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ तो प्रदेश की एनडीए सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आरजेडी के निशाने पर आ गए। आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि भागलपुर के सुल्तानगंज में जो पुल गिरा है, उसने गिरने की हैट्रिक बना ली है। पुल भी चीख-चीख कर कह रहा है कि मैं संस्थागत भीष्म पितामह के संरक्षण मे बना हूं और लगातार गिर रहा हूं, कभी हवा के झोंके से गिरता हूं, कभी यूं ही जल समाधि लेता हूं ।
वहीं पुल गिरने के मामले में आरजेडी ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा, 𝟐𝟎𝟏𝟒 में चुनाव पूर्व आनन-फानन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शिलान्यास किया गया 𝟏𝟕𝟏𝟎 करोड़ से अधिक की लागत से 𝟏𝟎 वर्षों से निर्माणाधीन पुल ने तीसरी बार गिरकर हैट्रिक बनाई है। अप्रैल 𝟐𝟎𝟐𝟐 में हवा के झोंके से भी यह पुल गिरा था, अब पानी के झोंके से गिरा। नीतीश कुमार कथित रूप से इतने ईमानदार हैं कि 𝟑.𝟔 किलोमीटर लंबा पुल 10 साल में नहीं बन पाए और 3 बार गिर गया। सीएम नीतीश कुमार का दोष सृष्टि और 𝟐𝟎𝟎𝟓 से पूर्व की अपनी दृष्टि को देकर सुशासन बाबू बन सकते हैं।
बता दें कि चार जून 2023 को सुल्तानगंज-अगुवानी गंगा नदी पर बन रहा निर्माणाधीन फोरलेन पुल गिरा था। वहीं पुल पर ड्यूटी कर रहे दो गार्ड भी हादसे के बाद से लापता हो गए थे। उस वक्त अगुवानी के तरफ से पुल के पाया नंबर 10,11,12 के ऊपर का पूरा स्ट्रक्चर गिर गया था, जो लगभग 200 मीटर का हिस्सा होगा। उसके पहले 27 अप्रैल 2022 को इस निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था।