नयी दिल्ली- कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोकसभा की सदस्यता बहाल होने के बाद दूसरे दिन मंगलवार को सदन में दिखे लेकिन उन्होंने अटकलों के विपरीत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर पहले दिन चर्चा में भाग नहीं लिया।
श्री गांधी की सदस्यता बहाल होने के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थी कि अविश्वास प्रस्ताव बडा मौका है और श्री गांधी इस पर चर्चा के पहले दिन सरकार पर हमला बोलने के लिए खड़े हो सकते हैं। बताया जा रहा था कि श्री गांधी को मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेना था लेकिन आखिरी समय में वक्ता बदल दिया गया और पार्टी की तरफ से चर्चा की शुरुआत श्री गोगोई ने की।
सदन की कार्यसूची के अनुसार अविश्वास प्रस्ताव पर आज 12 बजे से चर्चा शुरु होना तय था इसलिए प्रेस गैलरी भी खचाखच भरी हुई थी। सदन में उस दौरान पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं और माना जा रहा था कि अविश्वास प्रस्ताव पेश करने वाले श्री गोगोई की जगह चर्चा की शुरुआत श्री गांधी करेंगे। चर्चा की शुरुआत जैसे ही श्री गोगोई ने की तो संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने अध्यक्ष ओम बिरला से कहा कि आपके कार्यालय को सूचना दी गई थी कि चर्चा की शुरुआत श्री राहुल गांधी करेंगे, इस बीच क्या हुआ। इस पर श्री गोगोई ने कहा कि आपके कार्यालय में क्या हुआ इसका खुलासा यहां नहीं किया जा सकता है।
बताया जा रहा है कि श्री गांधी ने सदन में चर्चा शुरु करने का अपना इरादा आखिरी समय में बदला है। चर्चा थी कि श्री गांधी तब ही बोलेंगे जब सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे। श्री मोदी दस अगस्त को सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देने वाले हैं और श्री गांधी उससे पहले उनकी उपस्थिति में प्रस्ताव पर कांग्रेस का पक्ष रख सकते हैं।
सोमवार को वह सदन में पहुंचे तो कांग्रेस सांसद बहुत उत्साहित थे और उन्हें भरोसा था कि श्री गांधी मंगलवार से शुरु अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करेंगे।