फरीदाबाद। जीजा ने रुपये के लेने देन के विवाद में बुधवार रात को अपने साले को चाकू से गोदकर हत्या दी। लोगों ने आरोपित को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
घटना सीकरी गांव से लगे सहरोला गांव स्थित जेके सफल कंपनी में बुधवार रात को हुई। मृतक की बहन रीना ने बताया कि उसका भाई कुसुम पाल और अजय पाल जेके सफल कंपनी में पिछले 4 वर्षों से कम कर रहे हैं और उसी कंपनी में रहते भी हैं। उसके पति यानी कुसुम पाल के जीजा जगदीश प्रसाद फिलहाल बेरोजगार थे, जिसे कुसुम पाल ने ही लगभग चार महीने पहले अपने पास की कंपनी में ठेकेदार कृपाल के पास नौकरी के लिए रखवा दिया था। रीना ने बताया कि कुसुम पाल और अजय पाल के ठेकेदार कृपाल से घर जैसे संबंध थे।
इसी के चलते ठेकेदार कृपाल भी जगदीश को अपना जीजा ही मानता था। इसी का फायदा उठाकर जगदीश ने ठेकेदार कृपाल से बहाने बनाकर करीब 20 हजार रुपये ले लिए। जगदीश शराब का आदी था। जब कर्ज ज्यादा हो गया तो उसका पति जगदीश 10 दिन पहले कंपनी छोडक़र अपने गांव कोसी स्थित तुमोला चला गया। उसके भाग जाने के बाद कुसुम पाल ने ठेकेदार के लिए रुपयों को देने के लिए अपने जीजा जगदीश पर दबाव बनाया। इसी बात को लेकर जगदीश और कुसुम पाल की फोन पर कहासुनी हुई। वहीं ठेकेदार कृपाल का भाई सतपाल काफी बीमार चल रहा था, जिसे अलफलाह मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था।
जहां से डॉक्टर ने उसे बीके अस्पताल के लिए बीते कल रेफर किया था लेकिन डॉक्टरों ने उसे फिर वापस अलफलाह अस्पताल में ले जाकर भर्ती करने के लिए रेफर कर दिया। बीमारी की खबर सुनकर जगदीश सतपाल को देखने के बहाने कंपनी में पहुंचा था। रीना के मुताबिक, रात करीब साढ़े ग्यारह बजे जगदीश ने पहले कुसुम पाल को बीती रात शराब पिलाई। फिर उस पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिसमें एक चाकू कुसुम पाल की गर्दन पर लगा।
चाकू लगने के बाद कुसुम पाल ने शोर मचाया। इसके बाद वह भी मौके पर आ गई और शोर सुनकर आसपास के अन्य लोग आ गए और जगदीश को पकड़ लिया। आनन फानन में कुसुम पाल को फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में लाया गया, जहां इलाज के दौरान कुसुम पाल की मौत हो गई । वहीं ठेकेदार कृपाल ने बताया कि वह घटना के समय अपने गांव लदीयापुर में थे। घटना की सूचना मिलने के बाद पहले कंपनी पहुंचे। पुलिस को बुलाकर आरोपित जगदीश को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।